लखनऊ। अम्बेडकर राष्ट्रीय एकता मंच के प्रांतीय अधिवेशन में आज एससी,एसटी और ओबीसी समाज के लोगों पर हो रहे उत्पीड़न और संविधान में दिये गये उनके अधिकारों पर कटौती करने को लेकर समाज के मनीषियों ने गहरी चिंता जतायी है। अधिवेशन में इस बात पर जोर दिया गया कि मुश्किल समय में समाज के सभी लोग और सामाजिक संगठन एकजुट होकर साथ आये। अधिवेशन में संविधान में छेड़छाड़, बेरोजगारी, बढ़ती मंहगाई, शिक्षा की गुणवत्ता का मुद्दा जोर शोर से उठाया गया। अधिवेशन में नेपाल संविधान सभा के सदस्य पूर्व कैबिनेट मंत्री नेपाल सरकार विश्वेंद्र पासवान व संगठन के संरक्षक पूर्व आइएएस अधिकारी रामबहादुर भी मुख्य रूप से उपस्थित थे।
राजधानी के कैसरबाग स्थित गांधी सभागार में आयोजित डा. अम्बेडकर राष्ट्रीय एकता मंच का प्रान्तीय अधिवेशन मनाया गया। कार्यक्रम की शुरूवात महात्मा बुद्ध एवं बोधिसत्व बाबा साहब डॉ अम्बेडकर की प्रतिमा के समक्ष पुष्प अर्पित एवं दीप प्रज्जवलित करके की गयी। इस अवसर पर डॉ अम्बेडकर राष्ट्रीय एकता मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष भवन नाथ पासवान ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट भी मानता है कि देश बहुत ही मुश्किल दौर से गुजर रहा है। श्री पासवान ने कहा कि ऐसी दशा में समाज में कार्य कर रहे सभी संगठनों को एकजुट होकर अपना विचार और मंच साझा करना चाहिए। समाज में खासकर दलितों पिछड़ों व आदिवासियों के ऊपर हो रहे अत्याचार बंद होने का नाम नहीं ले रहे हैं। उन्होंने अपील की कि ऐसे में समाज के सभी संगठनों को एकजुट होकर साथ खड़े रहना चाहिए। श्री पासवान ने कहा की पिछले दिनों दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर रतनलाल वह लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ रविकांत चंदन के विरुद्ध अवैधानिक रूप से एफआईआर दर्ज करायी गयी, जिससे तत्काल वापस लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि अभिव्यक्ति आजादी की में ऐसा जो कुछ हुआ डॉ अम्बेडकर राष्ट्रीय एकता मंच उसकी निंदा करता हैं। उन्होने कहा कि इस घटना के लिए लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति एवं प्रशासन सीधे तौर पर जिम्मेदार है। लखनऊ विश्वविद्याल सर्वोच्च शिक्षण संस्थानों के शिखर पर है ऐसे में लखनऊ विश्वविद्यालय में जो कुछ हुआ उससे शिक्षकों के सम्मान प्रशासनिक व्यवस्था के ध्वस्त होने का संकेत मिल रहा है। श्री पासवान ने कहा कि जो लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं कहा जा सकता जबकि भारत के संविधान में सभी के लिए समता स्वतंत्रता बंधुत्व और न्याय की व्यवस्था है। उन्होंने कहा कि आज देश बड़े ही संकट की घड़ी से गुजर रहा जहां महंगाई व बेरोजगारी चरम सीमा पर हो वहां सरकार नया प्रदेश नया भारत अमृत महोत्सव घरों पर झंडे लगवाने का काम कर रही है। जबकि ऐतिहासिक नगरी लखनऊ के अमीनाबाद स्थित झंडे वाले पार्क के नाम से जाना जाता है वहां 25 वर्ष से भी ज्यादा हो गया लेकिन झंडा नहीं लहराया गया अब झंडा लहराने का काम डॉ अम्बेडकर राष्ट्रीय एकता मंच झंडेवाला पार्क अमीनाबाद में करेगा। उन्होंने कहा कि संविधान खतरे में है। एससी एसटी ओबीसी एवं माइनॉरिटी के लिए जो प्रदत्त अधिकार संविधान मैं है, उसमें छेड़छाड़ किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए हुए समस्त पदाधिकारियों से कहा कि जल्द ही अपने जिले मंडल व तहसील स्तर के बैठकों को अति शीघ्र निर्धारित करें जिससे आगामी 11 दिसंबर 2022 को राष्ट्रीय अधिवेशन की तैयारी की जा सके।
कार्यक्रम में राम बहादुर पूर्व आइएएस राष्ट्रीय संरक्षक ने कहा कि हमें समाज को शिक्षित और संगठित बनाना होगा जिससे हम समाज की कुरीतियों से लड़कर आने वाली पीढ़ियों का भविष्य सुरक्षित कर सके। इस अवसर पर नेपाल से आए हुए संविधान सभा के सदस्य पूर्व कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्रर पासवान ने अपने विचार व्यक्त करते हुए समाज को एकजुट होने का आवाहन किया। कार्यक्रम में आसाराम सरोज प्रदेश अध्यक्ष ने प्रदेश से आये सभी पदाधिकारियों एवं सदस्यों का धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन मण्डल अध्यक्ष राम सजीवन ने किया।
कार्यक्रम में मुख्यरूप से गौतम भारती, मुरारी लाल, कन्हैया लाल, वेदानंद महावीर, सौरभ कुमार, एड0 भास्कर पासवानख् मोहम्मद सलीम अंसारीखख् सुंदर लाल विश्वकर्मा, जय राम पासवान, बालक राम, राम दयाल पाासी, अशोक पासवान, शंकर पासवान, सुंदर लाल, शत्रुघ्न पासवान, रामप्रसाद ,ओम प्रकाश वर्मा, संग्राम सिंह साहू, श्याम पासी, ओमप्रकाश भारतीय, नरेश पाल, गौतम रावत ,राम मिलन यादव, संतोष कुमार ,अमरजीत, हनुमान, रतन चंद्र मौर्य, सोहन लाल रावत, साहब लाल सोनकर, अमरनाथ, राम अवतार, उमेश कुमार गौतम, अंबर लाल ,मनोज पासवान, इंजीनियर प्रशांत, राज इंजीनियर रचना, सतीश कुमार ,राजू दास धानुक, डॉ जय प्रकाश, डा आयोध्या प्रसाद राव इरफान महेश राजकुमार रमेश निषाद राजेश प्रसाद अविरल प्रसाद अनुज राम भरत श्री कृष्ण प्रेमा रमेश सोनकर रामकुमार अहिबारन प्रसाद वर्मा मोहन घनश्याम प्रमोद कुमार पुनीत अरविंद कुमार अजय कुमार मुकेश कुमार विपिन कुमार रजनीश कुमार कमलेश राम भजन राम निहाल वर्मा पारसनाथ शंभू नाथ आशीष कुमार लालजी अनिल रावत रामनरेश एडवोकेट नरेंद्र पाल वर्मा लाल बहादुर अजय पाल रामकुमार दशरथ यादव श्री राम रामकुमार पीके अभिषेक कुमार विवेक राज बब्बू गौतम राहुल पासी शिवकुमार रामशरण डॉ यशवंत कुमार सुदामा दोहरे मनीष कुमार दीपक वर्मा शैलेश विवेक कोरी पिंटू बृजेश कुमार रावत अन्नू धानुक रामू नरेंद्र बंटू हेतराम नंदलाल आर पी सरोज नीलमणि नरसिंह राव आनंद राय रामलाल रेखा बाजपेई आज संगीता प्रवेश पासवान अमरेंद्र कुमार वर्मा राम राज वर्मा बेला धानुक कल्पना धानुक राजकुमार अमित चौधरी सुभाष विवेक राजेश कुमार दीपक रावत छोटेलाल डॉ रजनीश संतोष कुमार नटवरलाल भारतीय संग्राम सिंह साहू आर के चौधरी प्रभु कुमार चौधरी अरविंद सिंह राजेश कुमार राजन पासी राम विराज रावत सितंबर प्रसाद भगवान दास रामचंद्र रामचंद्र वर्मा बैजनाथ वर्मा मनोज कुमार रामचंद्र बौद्ध मान प्रकाश सुभाष वासी नीलम महेंद्र पासी लव कुश वासी धीरेंद्र कुमार लवकेश सहित अन्य लोग मौजूद रहे।