नई दिल्ली। भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने पाकिस्तानी पत्रकार नुसरत मिर्जा के सभी दावों को झूठा करार दिया है. हामिद अंसारी के कार्यालय की ओर से बयान जारी करते हुए कहा गया है कि भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति अपने पहले दिए हुए बयान पर पूरी तरह से कायम हैं कि वह पाकिस्तानी पत्रकार नुसरत मिर्जा को नहीं जानते थे. उन्होंने ये भी कहा कि 2010 में आतंकवाद और मानवाधिकार पर न्यायविदों के अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में नुसरत मिर्जा को आमंत्रित नहीं किया गया था.
वहीं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी का पाकिस्तान पत्रकार नुसरत मिर्जा से संपर्क रहने के मुद्दे पर कांग्रेस पर बड़ा हमला बोला है. बीजेपी की ओर से एक तस्वीर शेयर की गई है जिसमें दावा किया गया है कि भारत में एक सम्मेलन के दौरान उन दोनों ने मंच साझा किया था. उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान के एक पत्रकार नुसरत मिर्जा ने दावा किया था कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के कार्यकाल के दौरान उसने पांच बार भारत का दौरा किया था और उसने यहां से हासिल संवेदनशील गोपनीय सूचनाएं पाकिस्तान की गुप्तचर एजेंसी इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) को मुहैया कराई थी.
सोशल मीडिया पर वायरल मिर्जा के साक्षात्कार के एक वीडियो क्लिप में उन्हें यह दावा करते देखा जा सकता है कि वह अंसारी के आमंत्रण पर भारत आए थे और उनसे मिले भी थे. हालांकि, अंसारी ने मिर्जा के दावों को ‘झूठ का पुलिंदा’ करार देते हुए खारिज कर दिया था और कहा था कि उन्होंने इस पत्रकार से कभी मुलाकात नहीं की है और ना ही उसे कभी भारत आमंत्रित किया है.
भाजपा ने मिर्जा के दावों का हवाला देते हुए पिछले दिनों कहा था कि अंसारी ने उसके साथ कई संवेदनशील और अत्यंत गोपनीय सूचना साझा की थी. भाजपा ने अंसारी पर पाकिस्तानी पत्रकार को भारत आमंत्रित करने का आरोप भी लगाया था. मिर्जा ने यह भी दावा किया था कि उसने गोपनीय सूचना आईएसआई को मुहैया की थी. यहां भाजपा मुख्यालय में पत्रकारों को संबोधित करते हुए भाजपा के प्रवक्ता गौरव भाटिया ने एक तस्वीर दिखाई, जिसमें अंसारी और मिर्जा 2009 में भारत में आतंकवाद के मुद्दे पर हुए एक सम्मेलन में मंच साझा करते नजर आ रहे हैं.