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नई दिल्ली। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि भारतीय जनता पार्टी मिजोरम में अपने सहयोगी एमएनएफ में गलतियां ढूंढ रही है और भगवा पार्टी पर क्षेत्रीय दलों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है। सबसे पुरानी पार्टी ने दावा किया कि मिज़ोरम में मिज़ो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) या ज़ोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) के लिए वोट भाजपा के लिए वोट होगा। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने भाजपा को पाखंडी बताते हुए आरोप लगाया कि पार्टी अब उस एमएनएफ की आलोचना कर रही है जिसके साथ वह पांच साल तक रही। मिजोरम में 7 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने हैं।
जयराम रमेश ने अपने एक्स पोस्ट में लिखा कि जेपी नड्डा और नितिन गडकरी अब मिजोरम में अपने सहयोगी एमएनएफ में खामियां ढूंढ रहे हैं जो एनडीए का हिस्सा है। यह सरासर पाखंड है! उन्होंने दावा किया कि वे पिछले 5 वर्षों में एमएनएफ के गैर-प्रदर्शन और भ्रष्टाचार को सहते रहे, और अब गलतियाँ ढूंढ रहे हैं। रमेश ने कहा कि पिछले साल मेघालय में चुनाव प्रचार के दौरान अमित शाह ने अपने सहयोगी कॉनराड संगमा की सरकार को देश की सबसे भ्रष्ट सरकार बताया था और बाद में उनका समर्थन भी किया था।
कांग्रेस नेता ने आगे लिखा कि इस तरह से बीजेपी क्षेत्रीय पार्टियों का (गलत) इस्तेमाल करती है।’ यह पूर्वोत्तर के लोग हैं जो पीडि़त हैं। यह स्पष्ट कर दें – मिजोरम में जेडपीएम और एमएनएफ के लिए वोट वास्तव में भाजपा के लिए वोट है। मिजोरम में सात नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी उम्मीदवारों के प्रचार के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश, प्रियंका गांधी वाद्रा और शशि थरूर राज्य का दौरा कर सकते हैं। नतीजे तीन दिसंबर को घोषित किये जायेंगे। मिजोरम कांग्रेस मीडिया सेल के अध्यक्ष लालरेमरुथा रंथली ने पिछले हफ्ते कहा था कि पार्टी उम्मीदवारों के प्रचार के लिए प्रियंका गांधी और शशि थरूर के 3 और 4 नवंबर को मिजोरम आने की संभावना है।