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लखनऊ। राजधानी के ठाकुरगंज स्थित यूनिटी कॉलेज में आज विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिये बच्चों ने बड़ा संदेश दिया, कार्यक्रम में बच्चों की प्रतिभा को देख बड़े भी वाह वाह करने लगे। मौका था, कॉलेज में मनाये जा रहे हिन्दी वार्षिकोत्सव का। यूनिटी कॉलेज में हिन्दी वार्षिकोत्सव कार्यक्रम इसलिए और भी बेहद अलहदा था क्यांेकि कार्यक्रम के संचालन से लेकर समापन तक की कमान खुद कॉलेज के बच्चों के हाथ में थी, मंच पर बच्चों की भाव भंगिमाएं के साथ ऐसी दमदार प्रस्तुति जैसे मानो कोई थिऐटर का एक सधा हुआ कलाकार अपनी प्रस्तुति दे रहा हो। यकीनन इतनी शानदार प्रस्तुति के लिए कॉलेज की शिक्षिकाओं और प्रधानाचार्य की मेहनत को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।
कॉलेज का सेन्ट्रल हॉल आज एक दम अलग तरह की रौनक से सराबोर था। सेन्ट्रल हॉल में हिन्दी वार्षिकोत्सव को लेकर स्कूल के बच्चों में भी गजब का उत्साह देखा गया, कॉलेज के अन्दर आने के साथ ही स्कूल के अनुशासित बच्चे, अतिथियों का इस्तेकबाल करते हुये उन्हें मंच तक लेकर जा रहे थे। वहीं कार्यक्रम की शुरूवात नन्हें मुन्हें बच्चों द्वारा की गयी, जिसमें उन्होंने अनूठे अंदाज में स्वागत गीत आप जो पधारे, तो महक उठी हर गली, झूम-झूम हर कली, बार-बार कह चली….पेश किया गया तोे कॉलेज का सेन्ट्रल हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने इब्न बतूता पर प्रस्तुति दी,आप को बता दे कि सन् 1304 में मोरक्को में एक इब्न बतूता नाम के एक शख्स का जन्म हुआ था, वह एक मस्तमौला आदमी था, उसे दुनिया घूमने का शौक था, घुमक्कड़ी की ऐसी आदत थी कि पूरी दुनिया नापने निकल पड़ा था। वह एक इस्लामिक स्कॉलर भी था। बच्चों ने इब्न बतूता के इस घुमक्कड़ी अंदाज को नाटक के जरिए पेश किया। कार्यक्रम में बच्चों ने डिजीटल जनरेशन को भी अपने शानदार अभिनय के जरिए पेश किया, जिसमें बताया गया कि आजकल के बच्चे कैसे वर्चुल दुनिया को अपना मान बैठे है और उसमें पूरी तरह रम गये हैं, यहां तक की वह गलत खान पान और खराब दिनचर्या को ही जिंदगी मान बैठे है। इस पर बेहतरीन कटाक्ष किया।
वहीं कार्यक्रम में बच्चो ने बड़ों गुदगुदाने में भी कोई कसर नहीं छोड़ी यमराज से मुलाकात, हमें दिन में सोना और रात में मैगी खानी है जैसे लतीफो को बहुत ही सजीव अंदाज में पेश किया गया। इसके साथ ही मुंशी प्रेम चन्द्र द्वारा लिखित उपन्यास पंच परमेश्वर का मंचन बच्चों ने बहुत ही सधे हुए अंदाज में कर के यह संदेश दिया कि असल में न्याय करने वाला व्यक्ति खुदा का रूप होता है, जिसको न्याय करना होता है उसे कितना निष्पक्ष होना चाहिए इस बात की सीख नाटक के जरिए दी गयी। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कवि सूर्य कुमार पाण्डेय ने बच्चों द्वारा की गयी शानदार प्रस्तुतियों की जमकर सराहाना की, उन्होंने बच्चों के साथ ही कॉलेज प्रशासन और शिक्षिकाओं की भी तारीफ की।
वहीं कॉलेज के सचिव नजमुल हसन रिज़वी ने कहा कि यूनिटी कॉलेज अपने छात्र-छात्राओं को न सिर्फ किताबी ज्ञान देता है, बल्कि उन्हें समाज का एक जिम्मेदार नागरिक बनाने के लिए भी प्रेरित करता है, क्योंकि एक जिम्मेदार नागरिक ही स्वस्थ समाज और एक मजबूत राष्ट्र का निर्माण करने में अपना अहम योगदान दे सकता है। श्री रिज़वी ने कहा कि कॉलेज प्रशासन बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ उनके सर्वांगीण विकास पर जोर देता है। कार्यक्रम के अन्त में कॉलेज के सचिव श्री रिज़वी ने मुख्य अतिथि कवि सूर्य कुमार पाण्डेय को सम्मानित किया। इस अवसर पर सूचना विभाग के पूर्व अधिकारी वज़ाहत हुसैन रिज़वी, प्रधानाचार्य फ्रांसिस केस्टेलीनो, मैनेजर शाहिद साहित अन्य लोग मौजूद थे।