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लखनऊ। गोण्डा में जिला महिला अस्पताल से 3 वर्षीय बच्ची के अपरहरण की वारदात का खुलासा करते हुये पुलिस ने तीन लोगों को दबोचा है, पुलिस द्वारा की गयी पूछताछ में पता चला कि अभियुक्तों ने बच्ची को अपने एक रिश्तेदार जिसके कोई निःसंतान है, उनको बेचने की नियत से अपरहरण की घटना को अंजाम दिया था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बीती 1 दिसंबर को सपन कुमार राय उर्फ पिन्टू पुत्र स्व० योगेन्द्र कुमार निवासी बरियापुरवा ददुवा बाजार मकार्थीगंज बडगाँव थाना कोतवाली नगर गोण्डा द्वारा प्रार्थना पत्र दिया कि मेरी पुत्री जिसकी उम्र 03 वर्ष है अज्ञात व्यक्ति द्वारा जिला महिला अस्पताल से अपहरण कर लिया गया है, जिसके बाद गोण्डा पुलिस हरकत में आयी। पुलिस अधीक्षक गोण्डा आकाश तोमर के निर्देश पर पुलिस ने मुकद्मा दर्ज कर बच्ची को सकुशल बरामद करने के लिए टीमें गठित कर छानबीन शुरू की। अपहरत बच्ची को सकुशल बरामद करने के लिए जिले की स्वाट, सर्विलांस और साइबर टीमों को लगाया गया। जिसके बाद बच्ची को 24 घंटे के अंदर रोडवेज बस स्टाप अदम गोंडवी मैदान के पास से सकुशल बरामद कर लिया गया। इस घटना को अंजाम देने वाले तीन अभियुक्तों को गिरप्तार किया गया। पूछताछ में अभियुक्तों ने अपना नाम सुषमा मिश्रा, शिवानी मजूमदार, प्रदीप पाण्डेय उर्फ भोलू बताया। गिरप्तार अभियुक्तों ने पुलिस को बताया कि अभियुक्ता-सुषमा मिश्रा अपने भाई अभियुक्त-प्रदीप पाण्डेय उर्फ भोलू के सहयोग से अपनी मुँह बोली मौसी अभियुक्ता-शिवानी मजूमदार(जिसके कोई संन्तान नही है) को बच्ची बेचने की नीयत अपहरण किया गया था। पुलिस ने इस मामले में मुकद्मा दर्ज कर गिरप्तार लोगों को जेल भेज दिया है। वहीं इस घटना का खुलासा करने वाली टीम जिसमें प्रभारी निरीक्षक को0नगर राकेश कुमार सिंह, प्रभारी स्वाट, सर्विलांस व साइबर सेल संतोष कुमार सिंह के साथ ही प्रभारी निरीक्षक महिला थाना पूनम यादव को डीआईजी देवीपाटन व पुलिस अधीक्षक गोण्डा की ओर से 25-25 हजार नगद ईनाम देने की घोषणा भी की गयी।