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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में एक स्थानीय अदालत ने एक व्यक्ति को अपनी पत्नी की हत्या के जुर्म में उम्रकैद की सजा सुनाई है। हत्यारे पति को अदालत की ओर से सजा सुनाए जाने के बाद मृतका की दोनो बेटियों ने एकदूसरे को गले लगाया कि आखिरकार उनका संघर्ष रंग लाया और एक हत्यारे को अदालत ने सजा सुनाई। दरअसल मामला बंसल परिवार से जुड़ा हुआ है। जिन दो लड़कियों ने अपने पिता को उसके किए जुर्म की सजा दिलवाई उनके नाम तान्या और लतिका बंसल हैं दोनों बच्चियों की उम्र क्रमश: 18 और बीस साल है।
इन दो बच्चियों की मां अनु बंसल को जून 2016 में जिंदा जलाकर मार डाला गया था। हत्या का कारण भी यह था कि मृतका की दोनों संताने पुत्रियां थी और ससुराल वाले और उसका पति एक लडक़े की चाहत रखते थे, जो पूरी नहीं हो पाई थी। जिसके कारण अनु को जिंदा कैरोसिन तेल डालकर जला दिया गया था।
इस हत्याकांड की ये दोनो लड़कियां चश्मदीद गवाह हैं। जिन्होंने इस हत्याकांड को होते हुए अपनी आंखों से देखा था। हत्या वक्त लड़कियां अपने घर पर ही थीं। जब उनकी मां को जिंदा जलाया जा रहा था तो वो डर कर छिप गईं थी और खिडक़ी से यह वीभत्स नजारा देख रहीं थीं। जिस वक्त इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया उस वक्त लतिका की उम्र महज 12 साल और उसकी बहन की उम्र मात्र 14 साल थी। तभी से यह दोनो लड़कियां अपनी मां के हत्यारों को सजा दिलाने के लिए संघर्ष कर रही हैं। अभियोजन पक्ष के वकील ने संजय शर्मा ने मीडिया को बताया कि यह फैसला बहुत खास है क्योंकि इसी हत्याकांड में सात अन्य आरोपियों का मामला हाईकोर्ट में लंबित है। ये सभी आरोपी लड़कियों के पिता मनोज बंसल के परिजन ही हैं। हाईकोर्ट में इस मामले की सुनवाई अगस्त में है। वहीं दूसरी ओ दोनों लड़कियों का कहना है कि वो सालों से अपने पिता के हाथों अपने मां का क्रूरतापूर्वक होने वाला शोषण देखती आईं हैं।