Getting your Trinity Audio player ready... |
लखनऊ,(माॅडर्न ब्यूरोक्रेसी न्यूज)। लखनऊ विश्वविद्यालय में आयोजित होने वाले दीक्षांत समारोह को यादगार बनाने के लिए जहां विवि के सभी विभाग अपने अपने तरीके से छात्रों के लिए सांस्कृतिक और ज्ञानवर्धक कार्यक्रम आयोजित कर रहे तो वही इसी कड़ी में जानकीपुरम स्थिति लखनऊ विश्वविद्यालय के द्वितीय परिसर में खेलों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का महाकुंभ संस्कृति सुरभि के 13 वें संस्करण का भी शुभारंभ बड़े धूमधाम से किया गया। ज्ञात हो कि इस वर्ष संस्कृति सुरभि दीक्षांत समारोह पूर्व आयोजित दीक्षांत सप्ताह के अंर्तगत आयोजित की जा रही है।
कार्यक्रम की उद्घाटन अभियांत्रिकी संकाय द्वितीय परिसर स्थित विश्वकर्मा आडिटोरियम में परिसर निदेशक प्रो०बी०डी० सिंह ने द्वीप प्रज्वलित करके किया। इसके बाद बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि इतने व्यापक स्तर पर इस प्रतियोगिता को आयोजित कराने का एकमात्र उद्देश्य विश्वविद्यालय में खेल के वातावरण को विकसित करना एवं बच्चों के अंदर छिपी प्रतिभा को एक मंच प्रदान करना है। उन्होंने कहा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के द्वारा नृत्य,गायन,साहित्य,का जो कि प्राचीन भारतीय सभ्यता की धरोहर है उसको बड़े स्तर पर बच्चों के माध्यम से समाज तक पहुंचाना एव इसका विकास एव संवर्धन करना हर शिक्षण संस्थान का कर्तव्य है। इस पूरे कार्यक्रम में परिसर निदेशक के साथ साथ डॉ अनुराग श्रीवास्तव,प्रो० सतीश पांडेय,डॉ०उग्रसेन वर्मा आदि शिक्षाविद एव पदाधिकारी उपस्थित रहे। सुबह से ही प्रतियोगी छात्रों का जमावड़ा विश्वविद्यालय के प्रांगण में होने लगा। इस क्रम में प्रथम दिन फुटबॉल वालीबाल एव बैटमिंटन की प्रतियोगिताये आयोजित की गई इसमें आज की विजेता टीमें अगले दिन अपने नॉकआउट मुकाबले खेलेंगी। वहीं विधि संकाय में पोयट्री टेलिंग प्रतियोगिता में हिंदी और अंग्रेजी भाषाओं में कुल मिलाकर 100 से अधिक छात्रों ने प्रतिभाग किया। इस प्रतियोगिता के निर्णायक मंडली के सदस्य रहे प्रो० कुलवंत सिंह ने बच्चों के प्रयासों की सराहना की। वही ज्यूरिष हाल में आयोजित एकल नृत्य का क्वालिफिकेशन राउंड आयोजन किया जिसमें 150 से अधिक छात्रों ने अपने नृत्य कला का प्रदर्शन किया। इस प्रतियोगिता के निर्णायक रहे डांस टीचर मोहित एव मानसी ने कहा कि सारे बच्चो ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया एवं इनमें से सर्वश्रेष्ठ चुनना निश्चित ही हमारे लिए एक चुनौतीपूर्ण कार्य रहा। जानकारी के लिए बता दे 28 नवम्बर से प्रारंभ हुई प्रतियोगिताओं का दौर 5 दिनों तक चलेगा जिसमे राजधानी के लगभग सभी विश्वविद्यालयों एव महाविद्यालयों के तीन हजार से अधिक बच्चे प्रतिभाग कर रहें है। प्रतियोगिता को सम्पूर्ण कराने में कन्वेनर अमन वर्मा,शिवम मिश्रा, शिप्रा मुस्कान,देवेश,दिव्या आदि कमेटी के सदस्यों की महत्वपूर्ण भूमिका रही।