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नई दिल्ली। कोलकाता के मोमिनपुर इलाके में रविवार की हिंसा के पीछे अल कायदा और आइएसआइएस का हाथ है. विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने सोमवार को कोलकाता पुलिस आयुक्त से मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए दावा किया. शुभेंदु अधिकारी ने दावा किया कि मोमिनपुर में हिंसा के बीच 5,000 हिंदू कोलकाता से भाग गए हैं. इसके पहले शुभेंदु अधिकारी ने विधानसभा से राजभवन तक मार्च किया था और बाद में राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा था. उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर सेंट्रल फोर्स तैनात करने की मांग की थी.
शुभेंदु अधिकारी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मोमिनपुर में हिंसा के बाद 5,000 हिंदू कोलकाता से भाग गए हैं. मैं कोलकाता के पुलिस कमिश्नर को चुनौती दे रहा हूं कि (कम से कम) आपके तीन अधिकारी इस घटना में घायल हुए हैं. अधिकारी ने कहा कि भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के तीन अधिकारी अस्पताल में हैं.
शुभेंदु अधिकारी ने कहा, हमारे अध्यक्ष जाना चाह रहे थे, लेकिन उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. भाजपा नेताओं के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है. इंटरनेट पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. उन्होंने आगजनी और तोडफ़ोड़ की. हम नहीं चाहते कि बंगाली हिंदू अब पलायन करें. हमने बंगाल के राज्यपाल और गृह मंत्री को मोमिनपुर झड़पों के बारे में सबूत के साथ एक पत्र लिखा है.ज्ज् उन्होंने कहा कि सीएम ममता बनर्जी और पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है. शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि केंद्र सरकार से सीआरपीएफ जवानों की तत्काल तैनाती की मांग की है.
उन्होंने कहा कि पीडि़तों को राज्य सरकार द्वारा तुरंत मुआवजा दिया जाएबनरसंहार के वीडियो फुटेज की जांच की जानी चाहिए और अपराधियों को गिरफ्तार किया जाना चाहिए और कड़े गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत आरोप लगाया जाना चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया कि वार्ड के पार्षद नेजामुद्दीन शम्स और कुछ अन्य नेताओं ने हिंसा को भडक़ाया. उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए और इस मामले की जांच एएनआई से कराई जाए. इस घटना की तुलना 1946 के भीषण नोआखली हिंसा से करते हुए भाजपा नेता ने कहा, हम लक्ष्मी पूजा के शुभ दिन पर कल एक और नोआखली देखा है. हम शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और उचित कार्रवाई क्यों नहीं की गई, यह जानने के लिए हम कोलकाता के पुलिस आयुक्त से भी मुलाकात की.