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लखनऊ। सामाजिक संस्था इनिशिएटिव फाउन्डेशन इंडिया ने महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ हिंसा भेदभाव की समाप्ति के लिए 16 दिनों की जागरूकता अभियान कर्यक्रम की शुरूवात आज चारबाग से की गयी। इस दौरान महिलाआंे और लड़कियों ने महिलाओं पर हक और अधिकार व सुरक्षा लिखे संदेशो की तख्तियां लेकर रैली भी निकाली। इस दौरान महिलाओं ने जेंडर आधारित हिंसा बंद होने की आवाज बुलंद की।
25 नवम्बर से 10 दिसंबर तक चलने वाले इस जागरूकता कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं और लड़कियों के साथ हो रहे हिंसा और लैंगिक असमानता के साथ साथ कम उम्र में होने वाले जबरन और बिन मर्जी के विवाह को समाप्त करने, घरेलू हिंसा और किशोर-किशोरियों के बीच शिक्षा व स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाने की हैं। अभियान में संवाद, रैली, साईकिल रैली, नुक्कड़ नाटक, हस्ताक्षर अभियान,खेल, पोस्टर प्रदर्शनी सहित आदि माध्यम से लोगों में जागरूकता फैलाई जाएगी। संस्था के निदेशक अमित ने बताया कि 10 दिसंबर यानि मानवाधिकार दिवस के दिन इस जागरूकता कार्यक्रम का समापन किया जायेगा। महिला हिंसा के खिलाफ आयोजित संवाद और रैली में संस्था की यूथ लीडर पूजा ने कहा की सुरक्षा हर इंसान का कानूनी अधिकार है, बावजूद इसके महिलाआंे और बच्चियों और लड़कियांे खुद अपनी सुरक्षा को लेकर कभी न कभी चिंतित रहती है। उन्होंने कहा कि समाज के हर नागरिक की जिम्मेदारी बनती हैं की महिलाओं और लड़कियों के लिए स्वस्थ और सुरक्षित समाज बनाये, जिसमें हर जेंडर के लोगों को एक बराबर सम्मान, सुरक्षा और अधिकार मिले। लिंग आधारित हिंसा स्वीकार्य नहीं है। महिलाओ, लड़कियों के साथ हो रहें हिंसा के खिलाफ जागरूकता और करवाई के लिए ऐसे अभियान बेहद जरुरी हैं। संस्था की वालेंटियर सपना ने कहा की घर हो, स्कूल हो या ऑफिस, महिलाएं और लड़कियां हर जगह भेदभाव और उत्पीड़न का सामना कर रही हैं और समाज की कई कुरीतियों का शिकार हो रही हैं, जो अब बंद होना चाहिए । कार्यक्रम में कल्पना अनिता, महिमा, सोनी, तन्नो, सूरज, बबलू, राजेश सहित सैकड़ों लोग शामिल रहे।