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लखनऊ। राजधानी में बीते दिनों जुमे की नमाज के बाद इमामिया एजुकेशनल ट्रस्ट के नेतृत्व में कई राजनीतिक व सामाजिक संगठनों ने टीले वाली मस्जिद से कन्वेशन सेन्टर तक तिरंगा यात्रा निकाल कर राष्ट्रवाद की अलख जगायी। वहीं यात्रा में शामिल लोगों ने कहा कि इस गंगा जमुनी संस्कृति को क़ायम रखना हमारी ज़िम्मेदारी है। तिरंगा यात्रा में हिन्दुस्तान ज़िन्दाबाद, सर्वधर्म एकता ज़िन्दाबाद के नारे भी गूंजे। वहीं तिरंगा यात्रा को पुलिस प्रशासन ने सकुशल कार्यक्रम सम्पन्न कराया।
इस अवसर पर मौलाना फ़ज़ले मन्ना ने कहा भारत की आज़ादी के लिए तमाम धर्म के लोगों ने एक साथ मिल कर लड़ाई जीती थी। उन्होंने कहा कि आजादी की लड़ाई में हज़ारों उलमा हज़रात को फ़ांसी पर लटका दिया गया। तमाम कुरबानियों के बाद आज़ादी मिली थी। आज भी इस तिरंगा यात्रा में कई धर्मों के मानने वाले एक साथ हैं यही हमारे भारत की विशेषता है। मौलाना सै0 अली हुसैन कुम्मी ने कहा अल्लामा इक़बाल का शेर पढ़ते हुए कहा कि ‘‘सारे जहाँ से अच्छा हिन्दुस्तान हमारा, हम बुलबुले हैं इसकी यह गुलसितां हमारा, मज़हब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना, हिन्दी हैं हम वतन हैं हिन्दोस्तां हमारा। हाजी फ़हीम सिद्दीकी और मोहम्मद आफ़ाक़ ने कहा कि हम सदियों से मिल जुल कर एक साथ रहते आये हैं। हमारे देश की यही है विशेषता अनेकता में है एकता, तमाम रंगों के फूलों के इस गुलदस्तों की सुरक्षा कराना हमारा सब का कर्तव्य है। इस तिरंगा यात्रा में मुख्य रूप से शाहपीर मुहम्मद टीला मस्जिद के इमाम जनाब फ़ज़ले मन्नान, ट्रस्ट के चेयरमैन मौलाना सै0 अली हुसैन साहब, तूरज जै़दी, चेयरमैन फख़रूद्दीन अली अहमद सोसाइटी,राष्ट्रीय सामाजिक कार्यकता संगठन के संयोजक मोहम्मद आफ़ाक इण्डियन नेशनल लीग के प्रदेश अध्यक्ष हाजी फ़हीम सिद्दीकी व उपाध्यक्ष परवेज़ आलम, मुदहम्मद उस्मान, मुहम्मद रिज़वान कुरैशी, अब्दुल समद, क़मर सीतापुरी, मोहम्मद अनस,शेख सुल्तान अहमद, आदि उपस्थित थे।