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नई दिल्ली। दुनियाभर में कोरोना वायरस के मामले अभी भी सामने आ रहे हैं. डेल्टा वेरिएंट के बाद अभी तक ओमिक्रॉन वेरिएंट के भी कई सब वेरिएंट आ चुके हैं. चूंकि कोरोना का वायरस लगातार म्यूटेट कर रहा है. ऐसे में किसी नए वेरिएंट के आने की आशंका भी बनी रहती है. इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी कोविड के आने वाले वेरिएंट्स को लेकर चेतावनी जारी की है. कोविड की तकनीकि टीम की प्रमुख मारिया वान ने कोरोना के ज्यादा संक्रामक वेरिएंट्स के बारे में सावधान किया है और लोगों को कोरोना से बचाव के नियमों का सख्ती से पालन करने की अपील कि है.
मारिया वान ने कहा है कि दुनियाभर में कोरोना का प्रसार फिर से बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि पिछले 21 दिनों में कोरोना के नए मामलों में 15 प्रतिशत और मौतों में 35 फीसदी तक का इजाफा हुआ है. इसके पीछे ओमिक्रॉन के नए सब वेरिएंट्स को बड़ी वजह माना जा रहा है. उनका कहना है कि दुनियाभर में अभी भी कोरोना का खतरा बना हुआ है. ओमिक्रॉन का वेरिएंट काफी संक्रामक है और ये कई देशों में फैल रहा है. ऐसे में लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है. वान का कहना है कि आने वाले समय में कोविड के आने वाले नए वेरिएंट अधिक संक्रामक भी हो सकते हैं.
ओमिक्रॉन का सब वेरिएंट रिइंफेक्शन कर रहा है. लोग इससे दोबारा संक्रमित हो रहे हैं. वैज्ञानिकों के मुताबिक, कई देशों में कोरोना के मामलों के बढऩे की वजह यही वेरिएंट है. ये काफी संक्रामक है और इससे लोग तेजी से संक्रमित हो रहे हैं. उनका कहना है कि कोरोना के इस वेरिएंट से बचाव की जरूरत है. हालांकि एक्सपर्ट्स का कहना है कि ओमिक्रॉन का कोई भी वेरिएंट खतरनाक नहीं है. इससे रिइंफेक्शन भले ही हो रहा है, लेकिन हॉस्पिटाइजेशन में इजाफा नहीं है. मौतें भी उन लोगों की हो रही है, जो कोरोना के अलावा किसी अन्य गंभीर बीमारी से ग्रस्ति हैं. भारत के भी कई राज्यों में ये वेरिएंट फैल चुके हैं. हाल ही में दिल्ली में भी 50 फीसदी से अधिक संक्रमितों में इस वेरिएंट की पुष्टि हुई थी. हालांकि इससे राजधानी में हॉस्पिटलाइजेशन या मौत के मामलों में इजाफा नहीं हुआ है.