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लखनऊ। दीपोत्सव का त्यौहार नजदीक है और आम से लेकर खास तक सभी इसकी तैयारियों में जुटे हैं। बाजार एक बार फिर से चकाचौंध से लबरेज हैं। लेकिन यूपी ही नहीं देश भर के साथ पूरी दुनिया की निगाहें अयोध्या में होने वाले दीपोत्सव पर टिकीं हैं। जब से प्रदेश की कमान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ संभाली है तभी से अयोध्या में दीपोत्सव का त्यौहार बेहद वृहद स्तर पर मनाया जाता है। दुनिया भर से लोग रामनगरी में दीपोत्सव देखने आते हैं। इस बार भी कुछ ऐसा ही है। प्रभु राम की नगरी अयोध्या दीपोत्सव की तैयारी के लिए तैयार हो रही है। हर बार की तरह इस बार भी अयोध्या का दीपोत्सव कुछ अलग होगा। कारण यह है कि दीपोत्सव के दौरान राम नगरी में सवा लाख गो दीप जलाए जाएंगे। ऐसा शायद पहली बार होने जा रहा है कि रामनगरी में इतने बड़े पैमाने गो दीप प्रज्जिवल किए जाएंगे। इन गो दीपों की रोशन में राम नगरी की छठा देखते ही बनेगी। गोदीपों की व्यवस्था करने का जिम्मा पशु धन विभाग ने उठाया था और उसने अपने इस काम को नियत समय पूरा करने की उम्मीद है।
आज पशु धन मंत्री धर्मपाल सिंह व विभाग के विशेष सचिव देवेन्द्र पाण्डेय ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर उनको गोदीप प्रतीकात्मक रूप में भेंंट किए। जाहिर सी बात है कि इन दीपों के प्रज्जवलन की तैयारी अरसे से चल रही थी जिसकी वजह से विभाग ने सवा लाख दीयों को बनाने का लक्ष्य रखा था। अब जब दीपावाली के चंद दिन ही बचे हैं और विभाग में दीयों के निर्माण का काम भी तकरीबन पूरा हो गया है तो विभाग के मंत्री और विशेष सचिव ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर उनको प्रतीकात्मक रूप में कुछ गोदीप भेंंट किए।
रामलला का गर्भगृह जगमगाएगा गोदीपों से
उत्तर प्रदेश में इस बार की दीपावली कई जगह पर गाय के गोबर से बने दीपक से भी रोशन होगी। इनमें अयोध्या में निर्माणाधीन श्रीराम जन्मभूमि मंदिर परिसर का गर्भ गृह भी है। उत्तर प्रदेश के पशुधन विभाग ने तो इस बार इस आयोजन जोरदार तैयारी भी की है। लखनऊ में सोमवार को प्रदेश के पशु धन मंत्री धर्मपाल सिंह के साथ आइएएस अफसर विशेष सचिव पशुधन देवेन्द्र पाण्डेय ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को गोबर से बने दीप (गोदीप) को भेंट किया। इस बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सरकारी आवास पर इन्हीं दीपक से रोशनी की जाएगी। अयोध्या में इस बार बार दीपावली पर करीब सवा लाख गोदीप प्रच्च्वलित करने का लक्ष्य रखा गया है। प्रदेश शासन की ओर से उसी क्रम में सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को गोदीप प्रतीकात्मक भेंट दी गई।
अयोध्या में श्रीरामला परिसर में इस बार 25 हजार गोदीप जलाए जाएंगे। राम जन्मभूमि परिसर में बन रहे भगवान श्री राम की भव्य मंदिर निर्माण स्थल पर 1200 वालंटियर 25000 दीप जलाएंगे। राम की पैड़ी पर 15 लाख दीपक जलाकर अवध विश्वविद्यालय के वालंटियर अयोध्या के नाम एक बार फिर विश्व रिकार्ड बनाने का प्रयास करेंगे। यहां रामलला के अस्थाई मंदिर पर और जन्म स्थान यानी कि निर्माणाधीन मंदिर स्थल पर गोदीप जलाए जाएंगे। इसके अलावा रामलला के दर्शन मार्गो को भी दीपमाला से सजाया जाएगा।
दीपोत्सव की तैयारियां
अयोध्या में छठे दीपोत्सव का आगाज इस वर्ष राम जन्मभूमि परिसर में बन रहे भव्य राम मंदिर के गर्भ गृह में गाय के गोबर से बने गोदीप जलाने जाने के साथ शुरू होगा। इसके लिए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने 25000 गोदीप की व्यवस्था तैयार कर ली है। इसके साथ ही भगवान श्री रामलला के अस्थाई गर्भगृह में भी गाय के गोबर से बनी 1100 दीप गाय के ही घी से प्रज्वलित किए जाएंगे। जिसके लिए अस्थाई भवन को भी चित्रों से सजाया जा रहा है।
राम नगरी पहुंचे गाय के गोबर से बने दीप
मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार श्री राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि गाय के गोबर से बने दीपक अयोध्या पहुंच गए हैं। हम लोग इस बार रामलीला के दरबार में भी भगवतीपुर सोमनाथ जाने की तैयारी कर रहे हैं। इसी कारण इस बार गाय के गोबर से बने दीप को जलाया जाएगा इसके लिए गाय के घी का भी प्रयोग होगा।
ऐसी होगी दीपोत्सव की शुरुआत
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या में भगवान राम लला के अस्थाई मंदिर में दीपोत्सव के पहले दर्शन करेंगे। वह मंदिर में शुद्ध देशी गाय के गोबर से तैयार किए गए दीपक को प्रज्वलित करेंगे। इसके बाद अयोध्या में दीपोत्सव का आगाज होगा।