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मुंबई। शिवसेना के भीतर तूफान रुकने का नाम नहीं ले रहा है. विधायकों के टूटने के बाद विधानसभा के भीतर कमजोर हुई उद्धव ठाकरे की शिवसेना के ऊपर अब सांसदों के भी टूटने का खतरा मंडराने लगा है. पिछले दिनों भावना गवली के उद्धव ठाकरे को एक पत्र से बवाल मचा था, जिसमें भावना गवली ने कहा था कि बागी विधायकों पर उद्धव ठाकरे कार्यवाही ना करें और उन्हें वापस लाने के लिए मनाएं.
भावना गवली के बाद अब दादर से सांसद राहुल शेवाले ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर कहा है कि उद्धव ठाकरे बीजेपी उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को सपोर्ट करें.
खुलेआम राहुल शेवाले का उद्धव ठाकरे को पत्र लिखना यह संकेत देता है कि पार्टी के भीतर सांसदों के भीतर भी उद्धव ठाकरे को लेकर असंतोष है. उद्धव ठाकरे को खुलेआम लिखे पत्र में राहुल शेवाले ने लिखा है कि जिस तरीके से बाला साहब ने पार्टी और गठबंधन की परवाह किए बिना प्रतिभा पाटिल और प्रणब मुखर्जी के विरोधी खेमे के उम्मीदवार होने के बावजूद भी उन्हें समर्थन दिया था और उन्हें वोट दिया था उसी तरीके से उद्धव ठाकरे आप भी द्रौपदी मुर्मू को सपोर्ट करें और उन्हें वोट देने के लिए पार्टी के सभी सांसदों को आदेश क्योंकि द्रौपदी मुर्मू एक संघर्षशील महिला हैं.
हालांकि उद्धव ठाकरे कि शिवसेना में जिस तरीके से असंतोष बढ़ रहा है और लोग छोड़ कर उनके खेमे को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के गुट में शामिल हो रहे हैं उसको देखते हुए शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शिवसेना भवन में कहा कि मैं शिवसेना प्रमुख के नाते शिवसेना के कार्यकर्ता और गद्दारों के बीच में फंसा हूं, लेकिन मैं शिवसेना को गद्दारों के पास नहीं जाने दूंगा. उन से बाहर निकाल कर फिर से एक बार खड़ा करूंगा. दूसरी तरफ शिवसेना के सांसदों के भीतर भी असंतोष से यह साफ दिख रहा है कि कहीं राष्ट्रपति चुनाव में शिवसेना के सांसद क्रॉस वोटिंग कर बीजेपी विधायक के समर्थन में राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोट करें.