नई दिल्ली। राजस्थान में चल रही सियासी उठापटक और राजनीतिक ड्रामे के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत दिल्ली जा रहे हैं. बताया जा रहा है कि गहलोत विशेष विमान से रात 8 बजे दिल्ली के लिए रवाना होंगे. गहलोत के दिल्ली दौरे को लेकर माना जा रहा है कि वह कांग्रेस अध्यक्ष पद पर चुनाव के लिए पर्चा भर सकते हैं हालांकि अभी संशय बना हुआ है. वहीं सचिन पायलट मंगलवार से दिल्ली में हैं और उनके राजनीतिक भविष्य को लेकर भी कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. वहीं माना जा रहा है कि दिल्ली में गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात भी कर सकते हैं.
वहीं, बुधवार को सीएम गहलोत ने अपने आवास पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, मंत्री शांति धारीवाल और मंत्री खाचरियावास से मुलाकात की. गहलोत से मुकालात के बाद खाचरियावास ने कहा कि गहलोत अभी इस्तीफा नहीं दे रहे हैं और वह दिल्ली जाकर आलाकमान से बात करेंगे. मालूम हो कि गहलोत के राजभवन जाने के बाज अटकलें लगाई जा रही थी कि वह मुख्यमंत्री पद से आज इस्तीफा भी दे सकते हैं.
वहीं खाचरियावास ने गहलोत के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने की अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि वह ऐसा कुछ नहीं कर रहे हैं. वहीं गहलोत देर शाम दिल्ली के लिए निकलेंगे जहां वह आलाकमान को 102 विधायकों की राय से अवगत करवाएंगे. खाचरियावास ने आगे कहा कि सोनिया गांधी हमारी नेता हैं, देश का हर कांग्रेस कार्यकर्ता उन्हें अपना नेता मानता है, अब सीएम दिल्ली जा रहे हैं और मुलाकात करेंगे.
मंत्री ने कहा कि कांग्रेस परिवार में अब कोई व्यक्तिगत रंजिश नहीं है, कोई झगड़ा नहीं है. इधर पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट के बाद कांग्रेस नेतृत्व ने गहलोत को क्लीनचिट दे दी है जिसके बाद माना जा रहा है कि वह दोबारा कांग्रेस अध्यक्ष की रेस शामिल हो सकते हैं.
वहीं गहलोत ने दिल्ली जाने से पहले संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल, सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी और आरटीडीसी चैयरमेन धर्मेन्द्र राठौड़ से मुलाकात की जिसको लेकर बताया जा रहा है कि सीएम ने उनसे कारण बताओ नोटिस को लेकर विचार विमर्श किया. वहीं विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी से भी गहलोत ने बातचीत की है. मालूम हो कि रविवार को गहलोत समर्थकों ने स्पीकर जोशी के घर जाकर अपने इस्तीफे सौंपे थे.