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नई दिल्ली। देश की सुरक्षित माने जाने वाली जेलों में से एक तिहाड़ अक्सर करके चर्चा में ही बनी रहती है। अभी सुकेश के तिहाड़ से ठगी अफसाने फिजाओं में तैर ही रहे थे कि एक बार फिर कुछ ऐसा इस जेल चाहरदीवारी में हुआ है, जिसने इसकी सुरक्षा पर सवाल लगा दिए हैं। दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद एक विचाराधीन कैदी के साथ कुकर्म का मामला सामने आया है। आरोप है कि कुकर्म का विरोध करने पर उसके साथ मारपीट भी की गई। इस वारदात के बाद कैदी की तबियत काफी बिगड़ गई। हालात को देखते हुए जेल प्रबंधन ने आनन फानन में उसे लेडी हार्डिंग अस्पताल में भर्ती कराया है। जहां कैदी की हालत में अब सुधार होने लगा है। उधर, मामले की जानकारी होने पर अस्पताल पहुंचे कैदी के परिजनों ने इस संबंध में पुलिस में तहरीर दी है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
घटना दो से तीन दिन पुरानी बताई जा रही है। कैदी के परिजनों ने बताया कि जेल प्रबंधन ने पहले तो मिलने ही नहीं दिया। बाद में जब कैदी की तबियत खराब होने के बाद जेल प्रबंधन ने पत्र लिखकर उन्हें मामले की जानकारी दी। बताया कि कैदी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस जानकारी के बाद परिजन अस्पताल पहुंचे तो वहां भी मिलाई में दिक्कत हुई। हालांकि बाद में पत्र देखकर पुलिसकर्मियों ने उन्हें कैदी से मिलने दिया। परिजनों ने पुलिस को दिए शिकायत में बताया कि कैदी ने इसी मिलाई के दौरान बताया कि उसके साथ कई दिन से कुकर्म और मारपीट की घटना हो रही है।
पुलिस ने बताया कि पीडि़त कैदी को दिल्ली के तिहाड़ जेल में बेहद सुरक्षित माने जाने वाले बैरक नंबर सात में रखा गया है। आरोप है कि इसी बैरक में अन्य कैदियों ने इस वारदात को अंजाम दिया है। पुलिस को आशंका है कि वारदात में जेल पुलिस की भी मिलीभगत हो सकती है। हालांकि फिलहाल पुलिस इस संबंध में जांच पूरी होने तक कुछ भी बोलने से परहेज कर रही है।