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लखनऊ। जल जीवन मिशन के अर्न्तगत कराये जा रहे कार्यो में लगातार मिल रही शिकायतों पर जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कड़ा रूख अपनाया है, उन्होंने जल जीवन मिशन में काम करने वाली कम्पनियों और विभागीय अधिकारियों को खरी-खरी सुनायी। ज्ञात हो कि जल जीवन मिशन के अधिकारियों द्वारा अपने चहेते ठेकेदारों को काम देने के शिकायतें मंत्री के पास आ रही थी, इन ठेकेदारों जिलों में कराये जा रहे कार्यो की खराब गुणवत्ता की भी जानकारी विभागीय मंत्री को मिल रही थी, जिसके बाद विभागीय मंत्री का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया, उन्होंने इन शिकायतों को गंभीरता से लेते हुये आज गोमतीनगर स्थित नमामि गंगे के कार्यालय में जल जीवन मिशन फेज दो-तीन में काम कर रही कम्पनियों के अधिकारियों को तलब कर बैठक की, जिसमें उन्होंने कम्पनियों के अधिकारियों व विभागीय अधिकारियों को सख्त लहजे में निर्देश दिये। बैठक में प्रमुख सचिव प्रमुख सचिव अनुराग श्रीवास्तव व राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन के अधिशासी निदेशक प्रिय रंजन कुमार सहित अन्य विभागीय अधिकारी भी उपस्थित थे।
नमामि गंगे के गोमतीनगर स्थित कार्यालय में जल जीवन मिशन फेज दो-तीन में कम कर रही कम्पनियों के प्रमुखों के साथ आज बैठक में जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने सख्त लहजे में कहा कि प्रदेश में संचालित जल जीवन मिशन की योजना में किसी भी कम्पनी ने गलत व्यक्तियों को काम दिया तो उसकी खैर नहीं। उन्होंने कहा कि गांव-गरीब के घर में लग रहे नलों में 15 साल तक किसी प्रकार की समस्या नहीं आनी चाहिये। वहीं पाइपलाइन का काम खत्म होते ही गांव-गली की सड़कों को तुरंत दुरुस्त कराएं। उन्होंने कहा कि किसी भी कम्पनी को छोटे ठेकेदारों का शोषण नहीं करने देंगे। उन्होंने कम्पनियों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि काम के नाम पर खेल की कोशिश की, तो परिणाम गंभीर होंगे। उन्होंने कहा कि योगी सरकार में भ्रष्टाचार के लिए कोई जगह नहीं। जलशक्ति मंत्री ने कहा कि जल जीवन मिशन की योजना को और रफ्तार देने के लिए कम्पनियां गुणवत्ता और मात्रा में कोई समझौता न करें। योजना में पीछे चल रहीं कम्पनियों के प्रमुखों से स्वतंत्र देव सिंह ने योजना को पूरा करने का लक्ष्य कब तक था और कब तक कर पाएंगे इसका जवाब मांगा। उन्होंने कहा कि लाखों लोग रोजगार पाएं और हर गरीब को पानी मिले, यही प्रधानमंत्री का सपना है। जलशक्ति मंत्री ने उन कम्पनियों को आड़े हाथ लिया, जिनके काम में कमी पाए जाने पर उनको नोटिस दी गई है। बैठक मेें नामामि गंगे और ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के प्रमुख सचिव अनुराग श्रीवास्तव ने कम्पनियों के प्रमुखों से कहा कि फील्ड में कोई समस्या होती है तो सीधे बताइये। एजेंसियां, स्थानीय प्रशासन और विभागीय अधिकारी मिलकर टीम भावना के साथ काम करें। उन्होंने कहा कि सरकार किसी भी कीमत पर ग्रामीण परिवारों तक हर घर नल पहुंचाने के लिए संकल्पबद्ध है। इसलिए टीम भावना से काम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि बरेली, शाहजहांपुर, अमरोहा, चित्रकूट जिले प्रगति कर रहे हैं। इन जिलों को आदर्श मानकर पूरी ताकत से काम करने का आह्वान किया।