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लखनऊ। राजधानी में महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ हिंसा भेदभाव की समाप्ति के लिए चलाये जा रहे जागरूकता अभियान कर्यक्रम मंे बुद्धेश्वर चौराहे से मशाल जुलूस निकाला गया, जो आलमनगर, भपटामऊ से होते हुए बुद्धेश्वर मंदिर पर समाप्त हुआ। इस दौरान सभी ने हाथों में मशाल और प्लेकार्ड लेकर “महिलाओं, लड़कियों के साथ हिंसा बंद करों”,“आरेंज द वर्ल्ड” “इंड वायलेंस अगेंस्ट वूमेन एंड गर्ल” “जेंडर आधारित हिंसा बंद हो” “बाल विवाह बंद हो”, “चुप्पी तोड़ो हिंसा रोको”, जैसे नारे के साथ महिलाओं लड़कियों ने अपने हक की आवाज बुलंद की।
अभियान का मुख्य उद्देश्य महिलाओं और लड़कियों के साथ हो रहे हिंसा और लैंगिक असमानता के साथ साथ कम उम्र में होने वाले जबरन और बिन मर्जी के विवाह को समाप्त करने, घरेलू हिंसा और किशोर-किशोरियों के बीच शिक्षा व स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाने की हैं, अभियान में संवाद, रैली, साईकिल रैली, नुक्कड़ नाटक, हस्ताक्षर अभियान,खेल, पोस्टर प्रदर्शनी सहित आदि माध्यम से लोगों में जागरूकता फैलाई जाएगी। अभियान का समापन दस दिसंबर मानवाधिकार दिवस के अवसर पर किया जाएगा यह बाते संस्था के निदेशक अमित ने कही । महिलाओं और लड़कियों के साथ हिंसा और जेंडर आधारित भेदभाव के खिलाफ आयोजित कार्यक्रम में संस्था की संस्थापक सदस्य पूजा ने कहा की आज समाज की कई कुरीतियों के कारण महिलाओं और लडकियों को हर जगह भेदभाव और उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा हैं, जो अब बंद होना चाहिए। महिलाओं, लड़कियों के साथ हिंसा और भेदभाव के खिलाफ आयोजित जुलूस में संस्था की यूथ कोआर्डिनेटर सोनी यादव ने कहा की महिलाओं और लड़कियों के लिए पित्रसत्तात्मक सोच ही हिंसा का मूल कारण, पूरे समाज की जिम्मेदारी हैं की एक ऐसा स्वस्थ और सुरक्षित समाज बनाये जिसमें हर जेंडर के लोगों को एक बराबर सम्मान, सुरक्षा और अधिकार मिले। कार्यक्रम में शिल्पी ने कहा की महिलाओं और लड़कियों के साथ हिंसा और लिंग आधारित भेदभाव के खिलाफ एकजुट होने की जरुरत हैं। जुलूस में मनीषा, रिया, काजल, मोहीनी, कल्पना, विनोद, बहादुर, सुंदर, सहित अन्य लोग मौजूद रहे।