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नई दिल्ली। रूस और यूक्रेन के बीच लंबे समय से जंग जारी है. रूस, यूक्रेन पर लगातार हमले करने के साथ ही दुनिया को अन्य देशों को संकेत देने की कोशिश कर रहा है कि वो किसी से डरता नहीं है. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन तक ने कई बार न्यूक्लियर वॉर की धमकी दी है और बताया है कि रूस जरूरत पडऩे पर एटमी वॉर करने से पीछे नहीं हटेगा. पुतिन ने बुधवार को ही अमेरिका समेत पश्चिमी देशों को धमकी देते हुए ऐलान किया कि कोई भी न्यूक्लियर अटैक की चेतावनी को हल्के में ना लें.
बता दें कि दुनिया में 90 फीसदी परमाणु विस्फोटक रूस और अमेरिका के पास है. ये दोनों देश ही ऐसे हैं, जिनके पास हजारों की संख्या में परमाणु हथियार हैं और अगर दोनों देश इनका इस्तेमाल करते हैं तो काफी तबाही हो सकती है. इसके अलावा अन्य देशों के पास 100-200 के आसपास ही परमाणु विस्फोटक हैं और माना जाता है कि एक देश की रक्षा के लिए पर्याप्त हैं.
वैसे तो विश्व स्तर पर परमाणु हथियारों की कुल सूची में गिरावट आ रही है, लेकिन पिछले 30 सालों की तुलना में यह कटौती कम हुई है. दरअसल, ये कटौती केवल इसलिए हो रही है क्योंकि संयुक्त राज्य अमेरिका और रूस पहले से सेवानिवृत्त विस्फोटक को अब नष्ट कर रहे हैं. फेडरेशन ऑफ अमेरिकन साइंटिसिट्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया में करीब 12700 परमाणु बम हैं, जिनमें से 9400 तो कई देशों की सेनाओं के पास हैं, जिनका मिसाइल, एयरक्राफ्ट, शिप आदि के जरिए इस्तेमाल किया जा सकता है. इसके अलावा बाकि परमाणु हथियार रिटायर्ड हैं.
अगर रूस और अमेरिका दोनों देशों की बात करें तो आंकड़ों के हिसाब से रूस के पास ज्यादा न्यूक्लियर क्षमता है. अभी रूस के पास 5977 यानी करीब 6 हजार परमाणु बम है जबकि अमेरिका के पास 5428 परमाणु बम हैं.
अगर रूस की बात करें तो रूस के 5977 बम में से 1500 रिटायर्ड हैं और 2889 रिजर्व्ड हैं, जिन्हें डिपॉल्इड भी नहीं किया गया है.1588 स्ट्रेटिजिक डिपॉल्डइड की श्रेणी में आते हैं.
वहीं अमेरिका की बात करें तो अमेरिका के कुल 5428 हथियारों में 1720 रिटायर्ड हैं और 1964 रिजर्व्ड हैं और 1644 स्ट्रेटिजिक डिपॉल्यड की श्रेणी में आते हैं.
दूसरे देशों में यूके के पास 225, फ्रांस के पास 290, इजरायल के पास 90, पाकिस्तान के पास 165, भारत के पास 160, चीन के पास 350, नॉर्थ कॉरिया के पास 20 हथियार हैं.