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बंदरों ने पिता की गोद से मासूम को छीन कर छत से फेंका, मौत

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बरेली। उप्र के बरेली जिले से दिल को दहला देने वाली खबर सामने आयी, जिसमें बंदरों के झूंड ने घर की छत पर टहल रहे एक आदमी की गोद से उसके मासूम बच्चे को छत से नीचे फेंक दिया, जिससे बच्चे की मौत हो गयी। इस घटना के बाद से जहां घर में मातम पसरा है तो वहीं इलाके के लोगों ने बंदरों के आंतक से छत पर जाना बंद कर दिया, वहीं प्रशासन भी इन बंदरों के निजात दिलाने के लिए माथापच्ची कर रहा है। चर्चा है कि जिले में बंदरों का आतंक है, कुछ दिन पूर्व ही बरेली शहर में बंदरों ने एक औरत को छत से गिरा दिया था, जिससे उसके पैर मंे फै्रक्चर हो गया था।
बरेली के शाही थाना क्षेत्र के अर्न्तगत दुनका में में एक किसान निर्देश उपाध्याय गर्मी ज्यादा होने के कारण वह अपने चार महीने के मासूम बच्चे को गोद में लेकर तीन मंजिल ईमारत के छत पर टहलने निकलने गये, कुछ समय बाद उनकी छत पर अचानक बंदरो का झंुड आ गया और देखते ही देखते निर्देश के ऊपर बंदरों हमला बोल दिया, झपट्टा मार कर एक बंदर ने उनकी गोद से बच्चे को छीन लिया और पिता की आंखो के सामने ही उसके बच्चे को छत से नीचे फेंक दिया, जिससे बच्चे की मौत हो गयी, अचानक हुये इस हादसे से चीख पुकार सुन कर घर के लोग छत पर पहुंचे तब तक बंदरों का झुंड वहां से भाग गया।

बच्चे के नामकरण की चल रही थी तैयारियां

आपको बता दें कि किसान निर्देश उपाध्याय के घर में 7 साल बाद दूसरे बेटे ने जन्म लिया था, जिसका कुछ दिनों बाद नामकरण संस्कार होने वाला था, इसको लेकर परिवार में काफी हंसी खुशी का माहौल था। इस घटना के बाद से परिवार में मातम छा गया, बच्चे के माता-पिता का रो रो कर बुरा हाल है,वहीं इलाके के लोग भी बंदरों के आतंक से भयभीत हैं। इस घटना में बच्चे के पिता निर्देश उपाध्याय को भी बंदरों ने काफी जख्मी कर दिया है, जिनका पास के अस्पताल से इलाज चल रहा है।

इलाके में हैं बंदरो और कुत्तो का आंतक

मासूम की मौत के बाद इलाके के लोगों में भी काफी रोष व्याप्त है, लोग बताते हैं कि उनके क्षेत्र में बंदरों और कुत्तों के काटने की घटनाएं आये दिन होती रहती है, वहीं कुछ दिन पूर्व बरेली शहर में एक औरत किसी काम से अपने घर की छत पर गयी थी, जहां पहले से ही मौजूद बंदरो ने उसे दौड़ा लिया, जिससे वह गिर गयी और उसका पैर फै्रक्चर हो गया था। लोगों का कहना है कि प्रशासन कोई ठोस योजना बना कर इनसे मुक्ति दिलाने में नाकाम साबित हो रहा है।

 

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