| Getting your Trinity Audio player ready... |
लखनऊ,(मॉडर्न ब्यूरोक्रेसी न्यूज)ः उत्तर प्रदेश के समाज कल्याण विभाग द्वारा 15 नवम्बर, 2024 को ‘‘जनजातीय गौरव दिवस’’ के अवसर पर ‘जनजाति भागीदारी उत्सव’ का आयोजन किया जायेगा। इस संबध मंे आज समाज कल्याण मंत्री असीम अरूण ने अधिकारियों के साथ दिषा निर्देष जारी किये। उन्होंने कहा कि समय सीमा के अंदर सभी तैयारियां पूरी कर ली जाये।
उन्होने कहा कि इस कार्यक्रम में जनजातीय जीवन की स्पष्ट झलक आनी चाहिए। इस कार्यक्रम में आने वाले कालाकारों को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में भारत के 22 राज्यों-उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, उड़ीसा, सिक्किम, त्रिपुरा, असम, गुजरात, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, उत्तराखण्ड, झारखण्ड, जम्मूकश्मीर, बिहार, मिजोरम, मेघालय, पश्चिम बंगाल एवं दिल्ली के अतिरिक्त विदेशों की दो टीमों द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों की प्रस्तुति कराया जायेगा।
साथ ही जनजातीय कलाकारों के साथ-साथ घुमन्तु जातियों, नट, बीन, बहरूपिया एवं भपंग वादन, कच्ची घोड़ी, लॉगमैन, कठपुतली के कार्यक्रम भी आयोजित किये जायेंगे। समाज कल्याण मंत्री ने कहा कि कार्यक्रम में आदिवासी कलाकारों द्वारा निर्मित हस्तशिल्प, परिधान, व्यंजन, जनजातीय खेलों के अतिरिक्त आकर्षक शिल्प से सुसज्जित 100 दुकानों का शिल्प मेला लगाया जायेगा। जनजातीय वाद्य यंत्रों की प्रस्तुति एवं उनकी प्रदर्शनी भी लगायी जायेगी। उन्होंने कहा कि जनजातीय हस्तशिल्प मेले में फोटो सेशन, लोक नृत्य, लोक कलाओं का अनूठा संगम दर्शकों के आकर्षण का केन्द्र रहेगा। विभिन्न प्रकार की रंगोली एवं झूले आदि लगाये जाने का प्रस्ताव है। उल्लेखनीय है कि समाज कल्याण विभाग, उत्तर प्रदेश लोक एवं जनजाति संस्कृति संस्थान लखनऊ (संस्कृति विभाग), उत्तर प्रदेश अनु0जाति एवं जनजाति शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान भागीदारी एवं जनजाति विकास विभाग, इफ्को, नई दिल्ली एवं उ0प्र0 संगीत नाटक अकादमी के संयुक्त तत्वावधान में बिरसा मुण्डा की जयंती के अवसर पर 15 से 20 नवम्बर, 2024 तक जनजातीय गौरव दिवस का उ0प्र0 संगीत नाटक अकादमी लखनऊ में आयोजन किया जायेगा।
Modern Bureaucracy