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नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने राजस्व बढ़ाने के लिए केंद्र द्वारा घोषित जीएसटी की संशोधित दरों को लेकर सोमवार को नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार पर कटाक्ष किया. कांग्रेस उपाध्यक्ष ने उस पर दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था को नष्ट करने का आरोप लगाया. राहुल गांधी ने जीएसटी दरों में वृद्धि के कारण महंगी होने वाली वस्तुओं की एक सूची ट्विटर पर साझा करते हुए, टैक्स को गब्बर सिंह टैक्स बताते हुए लिखा कि उच्च कर, कोई नौकरी नहीं. दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक को कैसे नष्ट किया जाए, इस पर भाजपा का मास्टर क्लास.
राहुल गांधी का यह बयान केंद्र सरकार के उस फैसले के बाद आया है , जिसमें वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता वाली जीएसटी परिषद ने दूध, दही और पनीर जैसे पैक किए गए खाद्य पदार्थों और अनाज को जीएसटी के दायरे में लाने का फैसला किया है. जीएसटी परिषद ने पैक किए जाने पर चावल और गेहूं को भी 5 प्रतिशत जीएसटी दर के दायरे में लाने का फैसला किया है. इसके अलावा अब बैंकों से जारी होने वाले चेक बुक पर भी 18 प्रतिशत जीएसटी लगाने का फैसला किया गया है. इसके अलावा प्रतिदिन 1,000 रुपए या इससे कम चार्ज वाले होटलों को भी 12 प्रतिशत जीएसटी दर के दायरे में रखा गया है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने भी सरकार के इस कदम को गैर-जिम्मेदाराना बताते हुए आलोचना की है. उन्होंने कहा है कि ज्यादातर भारतीयों के लिए बढ़ती आर्थिक कठिनाइयों के समय में यह जीएसटी दर वृद्धि बहुत ही गैर-जिम्मेदाराना है. आम आदमी बोझ का खामियाजा भुगतेगा, लोगों की कमाई को महंगाई खा जाएगी. इसके साथ ही उन्होंने पूछा है कि क्या यह सरकार मानती है कि वह कुछ भी कर सकती है?