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नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में सीएम योगी आदित्यनाथ ने मदरसों को लेकर बड़ा फैसला किया है. जिसमें अब मदरसों में टीईटी पास शिक्षक ही भर्ती किए जाएंगे. शिक्षक भर्ती के लिए जल्द ही नियमावली में संशोधन किया जाएगा. सरकार मदरसों में दीनी तालिम कम कर हिंदी, अंग्रेजी, विज्ञान, गणित, सामाजिक विज्ञान जैसे विषयों पर फोकस करेगी. सरकार ने निर्णय लिया है कि अब मदरसों में 20 प्रतिशत दीनी शिक्षा और आधुनिक शिक्षा 80 प्रतिशत कराई जाएगी .खास बात यह है कि आलिया स्तर के मदरसों में एक शिक्षक रहेगा. वहीं, पांचवी कक्षा तक के मदरसों में 4 शिक्षक और छठवीं कक्षा से आठवीं तक में दो शिक्षक रहेंगे.
इसी तरह कक्षा नौ और दस तक के मदरसों में तीन शिक्षक पढ़ाने के लिए रखे जाएंगे. आपको बता दें कि शिक्षकों की भर्ती के लिए टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट लिया जाएगा. जिसके बाद ही वो पढ़ा सकेंगे. पास उम्मीदवार ही मदरसों में शिक्षक भर्ती के लिए पात्र होंगे. अभी तक मदरसे में पढ़ाने वाले खुद शिक्षक बन जाया करते थे. इसके अलावा दीनी शिक्षा 80 फीसदी होती थी और आधुनिक शिक्षा 20 फीसदी होती थी. सरकार ने अब मदरसा मॉर्डनाइजेशन के तहत इस व्यवस्था में सुधार लाने की कवायद की है.
मदरसा शिक्षा में सुधार करने के लिए यूपी सरकार ने भी लॉन्च किया है. इसकी मदद से बच्चे ट्रेडिशनल तरीके के अलावा मोबाइल की मदद से भी पढ़ाई कर सकेंगे. साथ ही इसका उद्देश्य बच्चों को डिजिटल शिक्षा से जोडऩा और जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराना है.