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लखनऊ। ट्रांसजेंडर छात्रों के भविष्य को उज्जवल बनाने और उनके जीवन स्तर को भिक्षा से शिक्षा तक उठाने के लिए लखनऊ विश्वविद्यालय सार्थक कदम उठाने की ओर विचार कर रहा है, विवि प्रशासन की यह कोशिश है कि समाज की मुख्य धारा से कटे इस वर्ग विशेष के छात्रों को भी उचित शिक्षा का माहौल दिलाया जाये। जिससे वह भी अपने अन्दर की हीन भावना को छोड, शिक्षित होकर समाज की मुख्य धारा से जुड़ सके और सम्मानजनक जीवन यापन कर सके। ट्रांसजेंडर छात्रों के उज्जवल भविष्य को लेकर आज विश्वविद्यालय में उत्तर प्रदेश ट्रांसजेंडर कल्याण बोर्ड के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य देविका देवेंद्र मंगलामुखी और ट्रांसजेंडर नीलोफर (हमसफर एनजीओ की परियोजना निदेशक ) तथा शिवेन गुरेजा सहित विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के प्रोफेसरों ने गंभीर चिंतन किया, इसके साथ ही उन्होंने विश्वविद्यालय के शैक्षिक वातावरण को परखने के लिए विवि का भ्रमण कर विभिन्न विषयों की जानकारी भी ली।
लखनऊ विश्वविद्यालय में आज ट्रांसजेंडर कल्याण बोर्ड के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य देविका देवेंद्र मंगलामुखी और ट्रांसजेंडर नीलोफर (हमसफर एनजीओ की परियोजना निदेशक) तथा शिवेन गुरेजा ने विश्वविद्यालय के कई पदाधिकारियों के साथ बैठक इस वर्ग के उत्थान को लेकर गंभीर मंथन किया। बैठक में प्रो पूनम टंडन , अधिष्ठाता छात्र कल्याण विभाग, डॉ विनोद कुमार सिंह ,कुलसचिव , प्रो अरविंद अवस्थी ,अधिष्ठाता कला संकाय, प्रो श्रुति ,हिंदी विभाग, प्रो अर्चना शुक्ला मनोविज्ञान विभाग शामिल रहे। बैठक के दौरान, उन्होंने विश्वविद्यालय में ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के लिए अधिक समावेशी और स्वागत योग्य माहौल बनाने की पहल पर चर्चा की, जिसमें उनके प्रवेश को बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया गया। उनका लक्ष्य ट्रांसजेंडर छात्रों को सशक्त बनाना और उनकी स्थिति को भिक्षा (भीख) से शिक्षा (शिक्षा) तक ऊपर उठाना है। प्रतिभागियों ने छात्रों के बीच ट्रांसजेंडर मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाने और स्वीकार्यता बढ़ाने के लिए और अधिक कार्यक्रम आयोजित करने पर भी चर्चा की। भारत में ट्रांसजेंडर व्यक्तियों को नौकरी देने में कंपनियों की बढ़ती दिलचस्पी को देखते हुए, उनकी योग्यता और क्षमता बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया गया। विश्वविद्यालय ने ट्रांसजेंडर प्रवेश बढ़ाने और उनकी शैक्षणिक यात्रा का समर्थन करने के प्रयासों को प्राथमिकता देने का वादा किया गया। वहीं छात्र कल्याण की डीन प्रो. पूनम टंडन ने इस विषय पर अपने विचार व्यक्त किया उन्होंने कहा कि ऐसे छात्रों के लिए एक समावेशी वातावरण को बढ़ावा देने और ट्रांसजेंडर व्यक्तियों सहित सभी छात्रों के लिए समान अवसर सुनिश्चित करने के लिए विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता बताई। श्रीमती टंडन ने कहा कि लखनऊ विश्वविद्यालय विविधता, समानता और समावेशिता को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है, और यह बैठक परिसर में ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए अधिक सहायक और स्वीकार्य स्थान बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी है।
लखनऊ विश्वविद्यालय ट्रांसजेंडर छात्रों को सुविधाओं के लिए बना रहा है रणनीति
लखनऊ विश्वविद्यालय ट्रांसजेंडर छात्रों की संख्या मंे इजाफा हो इसके लिए विवि प्रशासन रणनीति पर मंथन कर रहा है। विवि प्रशासन की भी यह मंशा है कि इस वर्ग के छात्रों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, जब कहीं किसी प्लेटफार्म पर इस वर्ग के लोगों को मौका मिला उन्होंने अपनी काबिलियत के दम पर दुनिया को अपना लोहा मनवाया है। ऐसे में विवि ने ट्रांसजेंडर छात्रों के लिए कई सुविधाएं देने का मन बनाया है। इसके लिए लखनऊ विश्वविद्यालय में ट्रांसजेंडर छात्रों को प्रवेश के लिए सीधे छूट देने की रणनीति पर विचार कर रहा है। इसके साथ ही विभिन्न विभाग ट्रांसजेंडरों के लिए संवेदीकरण कार्यक्रम आयोजित करेंगे। वहीं इन छात्रों की सुविधा के लिए एक ट्रांसजेंडर सेल की स्थापना की जायेगी, जिससे इन छात्रों के पठन पाठन में अगर कोई दिक्कत आती है तो विवि प्रशासन प्राथमिकता के आधार पर इन छात्रों की समस्याओं का समाधान करेगा। वहीं इन कार्यक्रमों को आयोजित करने के लिए निकायों से वित्तीय अनुदान प्राप्त किया जायेगा।