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नई दिल्ली। डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवान अभी भी जंतर-मंतर पर प्रोटेस्ट कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट में मामला पहुंचने के बाद दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज की थी। आज डब्लूएफआई अध्यक्ष का बयान दर्ज किया गया है। उनसे कुछ दस्तावेज भी मांगे गए हैं। बृजभूषण ने पुलिस के सामने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। बृजभूषण पहले भी इन आरोपों का खंडन करते रहे हैं। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि अगर मेरे ऊपर आरोप साबित हो जाते हैं तो मुझे हर सजा मंजूर है।
इस मामले में दिल्ली पुलिस ने एसआईटी का गठन किया है। इसमें चार महिला पु्लिस अधिकारी और छह पुलिसवाले शामिल हैं। एसआईटी का सुपरविजन महिला डीसीपी करेंगी। डब्ल्यूएफआई असिस्टेंट सेक्रेटरी विनोद तोमर के बयान भी दर्ज किए गए हैं। दिल्ली पुलिस की एफआईआर में विनोद तोमर को भी आरोपी बनाया गया है। बृजभूषण शरण सिंह ने अपनी सफाई में आने वाले कुछ दिनों में ऑडियो, वीडियो और डिजिटल एविडेंस पुलिस को सौंपेंगे।
दिल्ली पुलिस आज एक और महिला पहलवान का बयान दर्ज करवाएगी। पुलिस ने कहा कि कुल 6 पहलवानों के 164 के बयान दर्ज कराए जाने हैं। राउज़ एवेन्यु कोर्ट ने पुलिस से 15 दिन में बयान पूरे करने के लिये कहा है। कोर्ट ने पुलिस से कहा है कि 15 दिन बाद फ्रेश स्टेटस रिपोर्ट दायर की जाए। पुलिस ने बताया सभी 6 पहलवानों के 164 के बयान दर्ज कराने के लिए अदालत में एप्लीकेशन लगाई जा चुकी है।
पहलवानों के वकील ने कहा कि पुलिस हमसे (पहलवानों) के आरोपों की जांच ही छिपा रही है। यानी ये रिपोर्ट में कुछ छुपाना चाहते हैं। पहलवानों के वकील ने कोर्ट के सामने पुलिस की मंशा पर संदेह जताया है। राउज़ एवेन्यु कोर्ट में 27 मई की दोपहर 2 बजे के लिए अगली सुनवाई होगी। पहलवानों का मामला काफी गरमा गया है। हरियाणा की कई खाप पंचायतों ने भी महिला पहलवानों को समर्थन किया है। बीते दिनों जंतर-मंतर पर किसानों से भी काफी बवाल किया था। उन्होंने पुलिस बैरिकेडिंग को तोड़ दिया था।