Getting your Trinity Audio player ready... |
लखनऊ। पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी की मुश्किलें अभी कम नहीं हुई हैं। मधुमिता शुक्ला हत्याकांड में जेल से रिहा हुए अमरमणि त्रिपाठी को अब एक कारोबारी के बेटे के अपहरणकांड में अदालत में पेश किया जाएगा। इससे पहले रूक्क-रूरु्र कोर्ट ने अमरमणि त्रिपाठी के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था। 22 साल पुराने केस में पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी को फिर से जेल जाना पड़ सकता है। बस्ती की एमपी-एमएलए कोर्ट में अमरमणि त्रिपाठी की पेशी आज होगी। कोर्ट के आदेश के बाद पुलिस ने अमरमणि त्रिपाठी को गिरफ्तार करने के लिए विशेष टीम भी गठित की। कोर्ट ने केस में गैरहाजिर नैनी शर्मा और शिवम उर्फ रामयज्ञ को फरार घोषित करने का आदेश दिया था। बता दें कि बस्ती के बिजनेसमैन धर्मराज के बेटे का अपहरण का केस एक बार फिर सुर्खियों में है। लंबे समय से अमरमणि त्रिपाठी कोर्ट में हाजिर होने से बच रहे थे।
आपको बता दें कि बस्ती जिले में 6 दिसंबर 2001 को कोतवाली थाना क्षेत्र के गांधीनगर में रहने वाले व्यापारी धर्मराज गुप्ता के बेटे का अपहरण किया गया था। कारोबारी का बेटा तत्कालीन विधायक अमरमणि त्रिपाठी के लखनऊ स्थित आवास से पुलिस ने बरामद किया था। इस मामले में पूर्व विधायक अमरमणि त्रिपाठी समेत 9 लोग आरोपी हैं। इनमें पूर्व विधायक अमरमणि त्रिपाठी, शिवम उर्फ रामयज्ञ और नैनीश शर्मा अदालत से गैर हाजिर चल रहे हैं।