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नई दिल्ली। श्रद्धा मर्डर केस में तिहाड़ जेल में बंद आरोपी आफताब अमीन ने जेल में अपने माता-पिता से मुलाकात करने की मनाही कर दी है। जेल अधिकारियों ने जब उससे पूछा कि क्या वह अपने माता-पिता, भाई और दोस्त से मुलाकात करना चाहता है? यह उसका अधिकार भी है। जवाब में उसने इनकार करते हुए जेल अधिकारियों से कहा कि फिलहाल वह किसी से मिलना नहीं चाहता। यही नहीं, उसके माता-पिता, छोटे भाई और दोस्त ने भी जेल में उससे मिलने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई है। अभी तक चारों में से किसी ने भी जेल प्रशासन के पास आफताब से मिलने के लिए बुकिंग नहीं कराई है। 14 दिन की पुलिस रिमांड खत्म होने के बाद आफताब 26 नवंबर को तिहाड़ जेल लाया गया था। जहां यह तिहाड़ की जेल नंबर-4 में कैदी नंबर-11529 की नई पहचान से बंद है।
जेल में आने के बाद इन 11 दिनों में आफताब ने एक बार भी जेलर से अपने माता-पिता या भाई-दोस्त से मिलने की इच्छा नहीं जताई है। जबकि जेल अधिकारियों ने इससे परिजनों से मुलाकात करने के लिए पूछा भी था, लेकिन उसने कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। अभी तक अपने परिवार को और ना ही इकलौते दोस्त को जेल के अंदर से कानूनी रूप से बाहर किए जाने वाले टेलीफोन करने में भी कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई है। अभी तक किसी को भी कॉल नहीं किया है।
सूत्रों का कहना है कि इसकी इंग्लिश नॉवेल और अन्य किताबें पढऩे की मांग पूरी कर दी गई है। अभी वह उसी अंग्रेजी किताब को पढ़ रहा है, जो उसे दी गई थी। सूत्रों का कहना है कि जेल में रहते हुए उसकी बॉडी लैंग्वेज और बातों से कहीं से भी ऐसा नहीं लगता कि उसे अपने किए पर कोई पछतावा हो। पहली बार जेल में आने के बाद इसके इतना सामान्य तरीके से रहने पर कई बार तो जेल अधिकारियों को ऐसा लगता है कि उसके व्यवहार से लगता ही नहीं कि इसने इतनी निर्मम हत्या को अंजाम दिया होगा।
बताया जाता है कि सीबीआई की सीएफएसएल से अभी तक इस मामले में डीएनए रिपोर्ट साउथ दिल्ली की महरौली थाना पुलिस को नहीं भेजी गई है। इसके लिए पुलिस ने सीएफएसएल को पत्र भी लिखा है ताकि जल्द से जल्द पुलिस को डीएनए रिपोर्ट मिल जाए। दूसरी ओर, सूत्रों का कहना है कि रोहिणी स्थित एफएसएल द्वारा आफताब के किए गए पॉलीग्राफ और नार्को टेस्ट की रिपोर्ट एक-दो दिन में ही दी जा सकती है। रिपोर्ट बनाने का काम अंतिम चरण में है। उम्मीद जताई जा रही है कि गुरुवार तक या इससे पहले ही रिपोर्ट महरौली थाना पुलिस को सौंप दी जाए। ताकि रिपोर्ट में आए रिजल्ट से पुलिस को यह पता लग सके कि अभी तक आफताब से जितने भी सवाल किए गए। उन सभी के जवाब इसने सच भी दिए थे या फिर पुलिस को गुमराह किया।
बताया जाता है कि श्रद्धा की हत्या करने के बाद आफताब ने हॉलिवुड की एक चर्चित अदालती कार्रवाई को भी पढ़ा और सुना। माना जा रहा है कि करीब 100 घंटे की इस फुटेज को आफताब ने पुलिस को गुमराह करने के तरीके जानने के लिए देखा और पढ़ा। सूत्रों का कहना है कि आफताब को गुजरात के चुनाव रिजल्ट जानने की बड़ी उत्सुकता है। हालांकि, उसने दिल्ली और हिमाचल के रिजल्ट जानने की भी इच्छा जताई है, लेकिन उसे सबसे अधिक इंतजार गुजरात नतीजों का है।