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लखनऊ/बाराबंकी। कार्तिक पूर्णिमा पर बाराबंकी जिले में स्थित शिवली नदी के पार गगरन देव स्थान पर लगे मेले में जा रहे श्रद्धालुओं से भरी नाव बीच नदी में डूब गयी, जिससे तीन लोगों की मौत हो गयी। कुछ लोग पानी में तैर कर अपनी जान बचाने में कामयाब रहे। बताया जा रहा है कि हादसे का कारण नाव में क्षमता से ज्यादा लोग सवार थे, जिस वजह से नाव अचानक नदी में डूब गयी। उधर इस हादसे की सूचना पाकर स्थानीय प्रशासन भी मदद में जुट गया। वहीं जिला प्रशासन ने राज्य आपदा निधि से इस हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को 4-4 लाख रूपये की मदद की जाने की घोषणा की गयी है।
मिली जानकारी के अनुसार बारबंकी जिले के मोहम्मदपुरखाला थाना के ग्राम बेराना मऊ मंझारी में हर साल कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर गगरन देव स्थान पर मेले का आयोजन किया जाता है। जिसमंे दूर दराज से बड़ी संख्या में ग्रामीण मेला देखने आते है। बताया जा रहा कि शिवली नदी के दूसरे छोर पर बसा एक गांव ककराहा मजरे चंद सिहाली के ग्रामीण परिवार के लोग शाम के लगभग 4 बजे एक छोटी नाव में सवार होकर मेला देखने जा रहे थे। नाव में पुरूषों के अलावा महिलाएं और बच्चे भी सवार थे, जिनकी संख्या लगभग 20 से अधिक लोग बतायी जा रही है। जानकारी के अनुसार नाव जब नदी के बीच में पहंुची तभी अचानक वह अनियंत्रित होकर अचानक डूबने लगी, जिससे नाव में सवार लोग भी घबरा गये, देखते ही देखते नाव नदी में डूब गयी, वहीं कुछ लोगों ने तैर कर अपनी जान बचायी, जबकि तीन बच्चों की मौके पर ही डूबने से मौत हो गयी। सूचना मिलने पर आस पास के ग्रामीणों ने फौरी तौर पर लोगों की मदद की, वहीं जिला प्रशासन के अधिकारियों को सूचना मिलने पर वह भी युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्य में जुट गये। हादसे में घायल कुछ लोगों को पास के अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया।
उधर जिलाधिकारी अविनाश कुमार और पुलिस अधीक्षक अनुराग वत्स सहित एएसपी डा. अखिलेश नारायण सिंह, एसडीएम रामनगर तान्या सिंह, सीओ योगेंद्र कुमार व मोहम्मदपुरखाला पुलिस मौके पर पहुंचे। स्थानीय गोताखोर की मदद से शुरू किए गए बचाव कार्य में तीन लोगों के शव बरामद किए गए। वहीं चार अन्य लोगों को सीएचसी पहुंचाया गया। मृतकों में सालपुर निवासी जयकरण की 18 वर्षीय पुत्री रितु, रामप्रवेश की पांच वर्षीय पुत्री प्रियंका और छोटू का आठ वर्षीय पुत्र हिमांशु शामिल हैं। इसके अलावा देशराज यादव की 18 वर्षीय पुत्री रोहनी, दुर्गेश की नौ वर्षीय पुत्री अंजू, विश्वकर्मा का दस वर्षीय पुत्र राज व तीन वर्षीय बच्ची काजल को सीएचसी पहुंचाया गया, जहां रोहनी का उपचार चल रहा है, जबकि अन्य को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने व्यक्त की संवेदना
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद बाराबंकी में नाव हादसे में हुई जनहानि पर गहरा दुःख प्रकट किया है। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर जिला प्रशासन के अधिकारियों को उनके समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं। साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की है। मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ अधिकारियों को मौके पर जाकर राहत कार्य को युद्धस्तर पर कराने के निर्देश दिए हैं।
कहीं यह तो नहीं हादसे की वजह…
ग्रामीणों द्वारा यह कयास लगाया जा रहा है कि हो सकता है कि मोहम्मदपुरखाला थाना के ग्राम बेराना मऊ मंझारी में हर साल कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर गगरन देव स्थान पर मेला देखने के लिए ग्रामीणों ने एक ऐसी नाव का इस्तेमाल किया जिसका आकार पहले से छोटा था, जिसमें आठ से दस लोग आराम से बैठ सकते थे, पर उस नाव में देखते ही देखते महिला पुरूष व बच्चे मिलाकर लगभग 20 लोग सवार हो गये, ज्यादा लोगों के बैठने से नाव चला रहे ग्रामीण को भी सही से बैठने की जगह नहीं मिली, जैसे तैसे वह नदी के किनारे से नाव लेकर निकल पड़ा बीच नदी में पहुंचते ही नाव का संतुलन कुछ खोने सा लगा और नाव डगमगाने लगी, इधर यह स्थिति देख नाव में सवार लोग भी घबरा गये और अपना आपा खो बैठे, जिससे नाव में संतुखन खो दिया और वह डगमगाने के साथ ही एक और पूरी तरह से पलट गयी। जिससे यह हादसा हो गया।