Getting your Trinity Audio player ready... |
प्रयागराज। माफिया डॉन अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ के हत्यारोपियों से हुई पूछताछ के बाद जांच एजेंसी ने बड़ा खुलासा किया है। पुलिस ने दावा किया है कि अतीक अशरफ की हत्या का आइडिया इन्हें दो साल पहले ही आया था। उसी समय आरोपियों ने तय किया था कि इस वारदात को पत्रकार बनकर अंजाम दिया जाएगा। आरोपियों ने एसआईटी के सामने कबूल किया है कि यह आइडिया दिल्ली के गैंगस्टर जितेंद्र गोगी ने दी थी।
उसने पहले टिल्लू ताजपुरिया की हत्या की जिम्मेदारी दी थी। लेकिन वह बच निकला था। आरोपियों में से एक सनी ने एसआईटी को बताया है कि वह पहले हमीरपुर में छोटे मोटे अपराध करता था। लेकिन जितेंद्र गोगी ने उसे हमीरपुर से दिल्ली बुलाया और जिगाना पिस्टल देकर अपने दुश्मन टिल्लू ताजपुरिया को मारने की जिम्मेदारी दी थी। इसी वारदात के लिए गोगी ने उन्हें तुर्की मेड जिगाना पिस्टल दिए थे। लेकिन टिल्लू पर हमले से पहले खुद टिल्लू ने ही रोहिणी कोर्ट में जितेंद्र गोगी की हत्या कर दी।
इस घटना के बाद सनी भी फरार हो गया और बांदा में छिपकर रहने लगा था। उसने बताया कि जितेंद्र गोगी को जिगाना पिस्टल लॉरेंस बिश्नोई उपलब्ध कराता था। लॉरेंस बिश्नोई तुर्की मेड इन पिस्टलों को तुर्की से पाकिस्तान और नेपाल के रास्ते दिल्ली मंगाता था। चूंकि उसका जीतेंद्र गोगी के साथ टाइअप था। इसलिए लॉरेंस ने कुछ जिगाना पिस्टल जितेंद्र गोगी को भी दिए थे।
बता दें कि जितेंद्र गोगी को गिरफ्तार करने वाली दिल्ली पुलिस की काउंटर इंटेलिजेंस टीम ने भी उसके पास से पांच जिगाना पिस्टल बरामद किए थे। अब वही पिस्टल अतीक अशरफ हत्याकांड के आरोपियों के पास से मिले हैं।टीवी 9 भारतवर्ष के पास जितेंद्र गोगी गैंग से जुड़े कई बदमाशों की तस्वीरें हैं, जिन्हें सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया था। इन तस्वीरों में ये बदमाश जिगाना पिस्टल के साथ नजर आ रहे हैं।
वहीं, अभी हाल ही में पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या में भी इसी पिस्टल का इस्तेमाल किया गया था। इन सभी इनपुट को ध्यान में रखते हुए जल्द ही अतीक अशरफ हत्याकांड की जांच के लिए गठित स्ढ्ढञ्ज दिल्ली पहुंचने वाली है। बताया जा रहा है कि आरोपियों के कबूलनामे का सत्यापन करने के लिए एसआईटी दिल्ली पुलिस की उस टीम से मिलेगी जो जितेंद्र गोगी और लॉरेंस बिश्नोई गैंग को डील कर रही थी।