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लखनऊ। राजधानी के फैजुल्लागंज क्षेत्र में सूअरों की मौत के बाद प्रशासन भी सकते में आ गया, इसको लेकर प्रशासन की ओर से गाइडलाइन जारी की गयी है। सूअरों की मौत अफ्रीकन स्वाइन फीवर (एएसएफ) वायरस के संक्रमण से होने की बात सामने आयी है। जिसके बाद जिलाधिकारी ने आदेश जारी करते हुये सूअरों के मांस की बिक्री पर प्रतिबंध के साथ ही सूअर पालकों को यह निर्देश दिये गये कि वह अपने जानवरों को बाड़े से न निकाले, नही तो कार्यवाही की जायेगी।
क्षेत्र में सूअरों की मौत के बाद प्रशासन ने पशुपालन विभाग द्वारा मृत जानवर के खून के सैंपल विसरा व सीरम के नमूनों को लेकर राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान, भोपाल की लैब को भेजे जाने के निर्देश दिये थे, जिसके बाद जो रिर्पोट आयी वह चौकाने वाली थी, रिर्पोट में एएफएस वायरस की पुष्टि पायी गयी है। वहीं जिम्मेदार अधिकारियों का कहना है कि यह वायरस केवल सूअरों की प्रजाति को ही प्रभावित कर सकता है। वहीं सूअरो के भीतर पनप रहे इस वायरस के फैलने से रोकने के लिए जरूरी उपाय किये जा रहे हैं। वही प्रशासन ने जरूरी निर्देश जारी करते हुये कहा कि सूअर के मांस पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा, सूअरपालक जानवरों को खुले में नहीं छोडें। संक्रमण प्रभावित जिलों में संघन सफाई के अभियान चलाये जाये। वहीं जागरूकता कार्यक्रमों को प्रभावित जिलों में चलाये जाने के निर्देश दिये गये हैं। वहीं अभियान चलाकर फैजुल्लागंज क्षेत्र से 17 सूअर पकड़े गये हैं। इन्हें सरोजनी नगर के अमौसी स्थित हड़ाइन खेड़ा में नगर निगम द्वारा बनाये गये हाते में रखा गया है। वहीं विभाग द्वारा यह चेतावनी भी दी गयी है। नगर निगम के अधिकारी अशोक सिंह ने बताया कि फैजुल्लागंज क्षेत्र में चूना, ब्लीचिंग, एंटीलार्वा का छिड़काव कराया जा रहा है। फॉगिंग भी कराई जा रही है। नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि सुबह इलाके का निरीक्षण किया गया। साफ-सफाई कराई गई है।