Getting your Trinity Audio player ready... |
नई दिल्ली. कोरोना जैसी भयंकर महामारी से देश अभी उभरा नहीं था कि दूसरी खतरनाक बीमारी मंकीपॉक्स ने देश में दस्तक दे दी है. साथ ही यह पूरी दुनिया में दहशत पैदा कर रहा है. मंकीपॉक्स के अब तक 75 देशों में 16 हजार से ज्यादा मरीजों की पुष्टि हो चुकी है, जोकि एक चिंताजनक बात है. इस खतरनाक बीमारी को हल्के में नहीं लिया जा सकता है. क्योंकि ये भी कोरोना की तरह धीरे – धीरे हर जगह फैल रहा है. भारत में भी मंकीपॉक्स के चार केस मिले हैं. इनमें दिल्ली में मिले मरीज की तो कोई विदेश यात्रा की हिस्ट्री भी नहीं है. इसे लेकर लोगों में अब अफरा तफरी भी मच रही है. वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन मंकीपॉक्स को ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर चुका है, लेकिन इसके बावजूद इसके कोविड जैसा खतरनाक रूप लेने की संभावना नहीं है. हालांकि डरने और लापरवाही करने की जगह एहतियात बरता जाए तो सब ठीक रहेगा.
दूसरा केस- केरल में मंकीपॉक्स का दूसरा मरीज 18 जुलाई को मिला. दुबई की यात्रा करके लौटे 31 वर्षीय शख्स में मंकीपॉक्स के लक्षण देखे गए. केरल के कन्नूर का रहने वाला शख्स 13 जुलाई को भारत लौटा था, लेकिन मंकीपॉक्स के लक्षण बाद में नजर आए.
तीसरा केस- केरल में 35 वर्षीय शख्स में मंकीपॉक्स की पुष्टि हुई. वह यूएई से मल्लपुरम लौटा था. बुखार में बाद 13 जुलाई को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसके बाद 15 जुलाई से लक्षण नजर आने लगे थे.
चौथा केस- नई दिल्ली के पश्चिम विहार इलाके में रहने वाले 34 साल के शख्स में रविवार को मंकीपॉक्स की पुष्टि हुई. वह कभी विदेश नहीं गया था. हालांकि अपने पुरुष दोस्तों के साथ पिछले महीने हिमाचल छुट्टियां मनाने गया था.
मंकीपॉक्स के मामलों पर केंद्र सरकार लगातार नजर रखे हुए हैं. उसने केस मिलने से पहले भी राज्यों को एडवाइजरी जारी करके एहतियात बरतने को कहा था. केरल में मामले सामने आने के बाद केंद्र ने एक उच्चस्तरीय टीम को वहां भेजा था. गुरुवार को केंद्र ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए मंकीपॉक्स को लेकर नए निर्देश जारी किए. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे पत्र में मंकीपॉक्स को लेकर निगरानी बढ़ाने को कहा. विदेश से आने वाले यात्रियों की एयरपोर्ट पर जांच, संदिग्ध मामलों की पहचान करके पर्याप्त इलाज, संक्रमितों के संपर्क में आने वालों की निगरानी जैसे कई निर्देश दिए. केंद्र ने सभी राज्यों को अस्पताल में डेडीकेटेड सेंटर बनाने को भी कहा. दिल्ली में मंकीपॉक्स का केस मिलने के बाद रविवार को उच्चस्तरीय बैठक करके फिर से विचार किया गया.