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लखनऊ। भारत के कुछ हिस्सों में चावल एक मुख्य भोजन है. कई व्यंजनों में चावल को मुख्य के रूप से शामिल किया जाता है. इसमें चाहें अब राजमा चावल हो या चिकन बिरयानी हो किसी न किसी व्यंजन में आप चावल का सेवन कर ही लेते हैं. अधिकतर लोग वजन बढऩे की वजह से चावल का सेवन नहीं करते हैं. बहुत से लोग सफेद चावल की बजाए ब्राउन राइस का सेवन करते हैं. इन दोनों चावल के अपने स्वास्थ्य लाभ हैं. वजन घटाने के लिए कौन सा चावल बेहतर विकल्प है आइए जानें.
सफेद और ब्राउन दोनों चावल कार्बोहाइड्रेट का स्रोत हैं. ब्राउन और सफेद चावल में मुख्य अंतर ये है कि ब्राउन चावल साबुत अनाज में शामिल है. वहीं सफेद चावल रिफाइंड होते हैं. ब्राउन राइस में पोषक तत्व भरपूर मात्रा में होते हैं. जबकि सफेद चावल की पॉलिशिंग के कारण पोषक तत्व काफी कम हो जाते हैं.
ब्राउन राइस में फाइबर की मात्रा सफेद चावल की तुलना में अधिक होती है. ब्राउन राइस में मैग्नीशियम की मात्रा अधिक होती है जो शरीर में ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करती है.
वजन घटाने के लिए प्लान करते समय कैलोरी के सेवन की मात्रा का ध्यान रखना चाहिए. ब्राउन राइस में कैलोरी की मात्रा कम होती है. ब्राउन राइस में सफेद चावल की तुलना में अधिक फाइबर होता है. अधिक फाइबर वाले भोजन मेटाबॉलिज्म और पाचन तंत्र को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं. इससे वजन घटाने में मदद मिल सकती है. इसलिए वजन घटाने के लिए ब्राउन राइस एक बेहतर विकल्प है. वजन घटाने के लिए आप अपनी डाइट में ब्राउन राइस शामिल कर सकते हैं.
ब्राउन राइस में कई सारे पोषक तत्व होते हैं. इसमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है. ये ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करता है. ये शरीर में कोलेस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल में रखता है. ये हृदय से जुड़ी बीमरियों को दूर करने में मदद करता है.
ब्राउन चावल खाने से पहले इन बातों का रखें खयाल
ब्राउन राइस का स्वाद सफेद चावल जितना स्वादिष्ट नहीं होता है.
सफेद चावल की तुलना में इसे पकने में अधिक समय लगता है.
इसे पकाने के लिए अधिक पानी की जरूरत होती है.
लंबे समय तक ब्राउन राइस को स्टोर करके न रखें.
( इस लेख में दी गई जानकारियां सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. मॉडर्न ब्यूरोक्रेेसी इनकी पुष्टि नहीं करता है. किसी विशेषज्ञ से सलाह लेने के बाद ही इस पर अमल करें.)