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लखनऊ। उ0प्र0 माध्यमिक शिक्षक संघ के आवाहान पर आज शिक्षा निदेशक के पार्क रोड स्थित शिविर कार्यालय पर शिक्षकों ने अपनी मांगों को लेकर धरना दिया। इस अवसर पर अध्यक्ष सुरेश कुमार त्रिपाठी, एम0एल0सी, ने मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन शिक्षा निदेशक डा0 सरिता तिवारी को सौपा। जिस पर श्रीमती तिवारी ने अपने स्तर मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया।
धरने में संगठन के प्रदेशीय मंत्री एवं प्रवक्ता डा0 आर0पी0 मिश्र ने बताया कि मुख्यमंत्री को प्रेषित ज्ञापन में वचित तदर्थ शिक्षकों के विनियमितीकरण, अनेक जनपदों में मौखिक आदेश से तदर्थ शिक्षकों के रोके गए वेतन का भुगतान, पुरानी पेंशन की बहाली, वित्त विहीन विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों को समान कार्य के लिए समान वेतन तथा सेवाशर्ते, निःशुल्क चिकित्सा सुविधा सहित 17 सूत्रीय मांगे सम्मिलित है। संगठन के अध्यक्ष नेता शिक्षक दल सुरेश कुमार त्रिपाठी ने कहा कि तदर्थ शिक्षकों के विनियमितीकरण एवं उनका वेतन भुगतान हमारी प्राथमिकता है। इसी के साथ 17 सूत्रीय ज्ञापन की मांगों पर कार्यवाही के लिए यदि आवश्यक हुआ तो संघर्ष किया जाएगा। धरने के सम्बोधित करते हुए शिक्षक महासंघ के संयोजक डा0 दिनेश चन्द्र शर्मा ने माध्यमिक शिक्षकों की मांगो को पूरा कराने के लिए शिक्षक महासंघ की ओर से समर्थन दिया। वहीं ध्रुव कुमार त्रिपाठी, एम0एल0सी ने अपने सम्बोधन में कहा कि यदि शिक्षक समस्याओं के निराकरण के लिए जेल जाना पडे़ तो वह जेल जाने के लिए तैयार है। धरने का संचालन महामंत्री इन्द्रासन सिंह ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन हेम सिंह पुण्डीर पूर्व एम0एल0सी ने किया। धरने को जगवीर किशोर जैन, पूर्व एमएलसी, कोषाध्यक्ष सुभाष चन्द्र शर्मा, उपाध्यक्ष महेश चन्द्र शर्मा, प्रदेशीय मंत्री एवं प्रवक्ता डा0 आर0पी0 मिश्र, प्रदेशीय मंत्री डा0 प्रमोद कुमार मिश्र, प्रदेशीय मंत्री हेमराज सिंह गौर, प्रदेशीय मंत्री नरेन्द्र कुमार वर्मा, लखनऊ के जिलाध्यक्ष डा0 आर0के0 त्रिवेदी ने सम्बोधित किया। वहीं संगठन के अध्यक्ष एवं नेता शिक्षक दल सुरेश कुमार त्रिपाठी की अध्यक्षता में जोरदार नारों की बीच धरना दिया। धरने के समापन अवसर पर अध्यक्ष सुरेश कुमार त्रिपाठी, एम0एल0सी, ने मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन शिक्षा निदेशक डा0 सरिता तिवारी को सौपा। ज्ञापन प्राप्त करने के पश्चात शिक्षा निदेशक ने कहा कि उनके स्तर की मांगो के निरकरण के लिए सम्बन्धित अधिकारियों के निर्देशित किया जाएगा तथा ज्ञापन मुख्यमंत्री को प्रेषित करने के लिए आश्वस्त किया।