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बांदा/लखनऊ। बांदा जेल में बंद माफिया डॉन मुख्तार अंसारी को विशेष सुविधाएं उपलब्ध कराने के आरोप में डिप्टी जेलर को सस्पेंड कर दिया गया है. यही नहीं, डिप्टी जेलर ने जेल में छापेमारी के दौरान रुकावट भी पहुंचाने की कोशिश की थी. जानकारी के मुताबिक, डीएम अनुराग पटेल ने बांदा जेल में छापे के दौरान मिली अनियमितताओं को लेकर शासन को रिपोर्ट भेजी थी. मुख्तार अंसारी की बैरक में फल और अन्य सामान डीएम- एसपी के छापे में मिले थे. इस दौरान डिप्टी जेलर वीरेश्वर प्रताप सिंह ने छापेमारी को रोकने की कोशिश की थी, ताकि उसकी पोल न खुले.
मुख्तार अंसारी को पिछले साल पंजाब से उत्तर प्रदेश लाया गया था. उस पर दर्जनों मामले दर्ज हैं. उसे बांदा जेल में हाई-सिक्योरिटी बैरक में रखा गया था. लेकिन बांदा जेल का डिप्टी जेलर मुख्तार अंसारी को वीवीआईपी सुविधाएं पहुंचाता था, ताकि उसे किसी तरह की तकलीफ न हो. इस बात की खबर जब एसपी और डीएम को मिली तो उन्होंने बांदा जेल में छापेमारी की. छापेमारी के दौरान मुख्तार अंसारी की बैरक में फल और अन्य सामान मिले थे, जो कैदियों के पास नहीं होने चाहिए. इसके बाद डिप्टी जेलर वीरेश्वर प्रताप सिंह और चार बंदी रक्षकों को निलंबित कर दिया गया है.
सूत्रों के मुताबिक, मुख्तार अंसारी भले ही जेल में बंद है और प्रशासनिक स्तर पर उसे वही सुविधाएं मिलनी चाहिए, जो बाकी कैदियों को मिलती हैं. लेकिन मुख्तार अंसारी के लिए डिप्टी जेलर वीरेश्वर प्रताप सिंह खास सुविधाओं की व्यवस्था करता था. यहां तक कि मुख्तार अंसारी के लिए जेल के अंदर से नहीं, बल्कि बाहर से खाना मंगाया जाता था.