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वाराणसी। बीएचयू की छात्रा के साथ हुई छेडख़ानी की घटना के बाद लखनऊ से लेकर दिल्ली तक हडक़ंप मच गया था। इस घटना से नाराज छात्र सडक़ पर उतर आए और करीब 2000 से ज्यादा छात्रों ने कैंपस में जाम लगाकर प्रोटेस्ट किया। कल रात पुलिस के आश्वासन के बाद इस मामले को शांत कराया गया। देर शाम मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने पहले छात्रों और फिर आईआईटी निदेशक से बातचीत की और फिर कैम्पस में सुरक्षा की स्टूडेंट्स को गारंटी दी जिसके बाद छात्रों ने अपना धरना समाप्त कर दिया।
दरअसल, वाराणसी स्थित काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के परिसर में बुधवार देर रात अपने दोस्त के साथ घूम रही आईआईटी की एक छात्रा से कुछ बदमाशों ने छेड़छाड़ की और उसे कथित रूप से निर्वस्त्र कर उसका वीडियो भी बना लिया।
इस घटना को लेकर हजारों छात्रों ने राजपूताना हॉस्टल के सामने धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया था। बताया गया है कि बीएचयू कैम्पस में बीती रात 1 बजे के बाद वाक कर रही छात्रा के साथ बुलेट से आए तीन लडक़ों ने पहले मुंह दबाकर किस की और आरोप है कि फिर कोने में ले जाकर कपड़े उतारकर उसका वीडियो बनाया। छात्रा ने किसी तरह खुद को उनके चंगुल से बचाया था।
इस घटना के बाद आईआईटी के स्टूडेंस्ट ने प्रोटेस्ट सुबह 10 बजे शुरू किया तो लखनऊ और फिर दिल्ली तक हडक़ंप मच गया। प्रियंका गांधी से लेकर अखिलेश यादव तक ने ट्वीट कर सरकार को घेरा। उधर निदेशक मौके पर नहीं पहुंचे तो छात्रों का आक्रोश बढ़ता ही गया।
इसके बाद देर शाम मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने पहले छात्रों और फिर आईआईटी निदेशक से बातचीत की और फिर कैम्पस में सुरक्षा की गारंटी स्टूडेंट्स को दी जिसके बाद छात्रों ने अपना धरना समाप्त कर दिया है। इस मामले में पुलिस कमिश्नर ने लंका थाने के इंस्पेक्टर अश्वनी पाण्डेय को लाइन हाजिर कर दिया है।