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लखनऊ। आर आर ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस ने अपने छात्रों के लिए इंजीनियरिंग के क्षेत्र में नवीन टेक्नोलॉजी व जानकारियों से रूबरू करवाने के लिए कॉलेज के परिसर में बीते दिनों द इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया) के स्टूडेंट चौप्टर की स्थापना की। आर आर ग्रुप प्रशासन ने यह कदम अपने यहां इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे बच्चों के भावी स्वर्णिम भविष्य को देखते हुये उठाया। कॉलेज प्रशासन का मानना है कि इंजीयिरिंग के क्षेत्र में योगदान दे रहे देशव्यापी इस संगठन से अपने छात्रों को जोड़कर उन्हें इंजीनियरिंग के क्षेत्र में देश और दुनिया में हो रही नयी टेक्नोलॉजी और नवीन जानकारियों से अपडेट कराना है।
राजधानी के सीतापुर रोड स्थित बीकेटी में आर आर ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के परिसर में बीते दिनों द इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया) के स्टूडेंट चौप्टर की शुरूवात की गई। कार्यक्रम में इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया) के यूपी स्टेट के अध्यक्ष मसर्रत नूर खान बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित थे। इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने श्री मसर्रत ने उन्होंने स्टूडेंट्स चौप्टर खोलने के लिए आर आर ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन को धन्यवाद दिया। इसके साथ ही उन्होंने आर आर ग्रुप से सभी शाखाओं में स्टूडेंट्स चौप्टर खोलने की अपील भी की। इस मौके पर उन्होंने छात्रों को संस्थान की सुविधाओं के बारे में एवं भविष्य में मिलने वाली सुविधाओं के बारे में विस्तार से बताया। श्री मसर्रत ने द इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया) के बारे मंे छात्रों को विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि समय के साथ अपडेट रहने से बच्चे इस क्षेत्र में बहुत आगे जा सकते हैं, इस क्षेत्र में बच्चों का स्वर्णिम भविष्य है। उन्होंने कहा कि देश ही नहीं विदेशों में भी यह संगठन बहुत बेहतरीन काम कर रहा है। कार्यक्रम मंे इलेक्ट्रिकल विभाग के विभागाध्यक्ष केपी यादव ने कहा कि इस संगठन की संस्थान को बहुत जरूरत थी। इससे जुड़ने के बाद बच्चों की सीखने की क्षमता बढ़ेगी साथ ही वह देश दुनिया की नयी नयी जानकारियों से भी रूबरू होते रहेंगे। उन्होंने कहा कि बच्चों ने भी इसका फीडबैक दिया, और काफी सराहना की है। उन्होंने कहा कि बच्चों के भविष्य को देखते हुये इसकी शुरूवात करने का पूरा श्रेय आर आर गु्रप के चेयरमैन अनिल अग्रवाल को जाता है। जो बच्चों के भविष्य को संवारने की दिशा में हमेशा प्रयासरत रहते हैं। इस अवसर पर आर के त्रिवेदी, पूर्व अध्यक्ष, द इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया), यूपी स्टेट सेंटर, लखनऊ ने संस्था की गतिविधियों के बारे में विस्तार से बताया। इस अवसर पर आर आर ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन के निदेशक सूर्य प्रकाश त्रिपाठी ने भी छात्रों को संबोधित करते हुए स्टूडेंट चौप्टर के फायदों के बारे में बताया एवं दुर्गेश वर्मा, डीन एकेडमिक भी इस अवसर पर उपस्थित थे।कार्यक्रम का संचालन के पी यादव, विभागाध्यक्ष, इलेक्ट्रिकल्स ने किया। इस अवसर पर चंचल निगम, एचओडी, इलेक्ट्रॉनिक्स, आर आर ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन, धीरेंद्र कुमार वर्मा, एचओडी, बायोटेक और डी के पांडे, एचओडी, एमबीए भी उपस्थित थे। कार्यक्रम में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के सभी शिक्षकों ने भाग लिया।
क्या है द इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया)
जानकारी के अनुसार इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स(भारत) भारत में इंजीनियरों का राष्ट्रीय संगठन है। इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया) के भारत और विदेशों में 125 केंद्रों या अध्यायों में 15 इंजीनियरिंग विषयों में दस लाख से अधिक सदस्य हैं। यह इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी की दुनिया में दुनिया का सबसे बड़ा बहु-विषयक इंजीनियरिंग पेशेवर समाज है। इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया) की स्थापना 1920 में कोलकाता, पश्चिम बंगाल में हुई थी और इंजीनियरिंग में अनौपचारिक शिक्षा का बीड़ा उठाने के लिए प्रशंसित है। इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया) अपनी सहयोगी सदस्यता की परीक्षा आयोजित करता है। यह परीक्षा बीई/बीटेक के समकक्ष मानी जाती है। यह योग्यता मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा बीई/बी.टेक के समकक्ष मान्यता प्राप्त है। इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया) को 1935 में रॉयल चार्टर द्वारा शामिल किया गया था। वर्तमान में इसका मुख्यालय 8 गोखले रोड, कोलकाता में है।