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सभी विश्वविद्यालयों के लिए स्थापित हो पेटेंट सेल- प्रो. पूनम टंडन

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लखनऊ,(माॅडर्न ब्यूरोक्रेसी न्यूज)। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति समस्त राज्य विश्वविद्यालय के दूरदर्शी मार्गदर्शन के तहत, उपक्रम विश्वविद्यालयों को एनआईआरएफ और क्यूएस विश्व रैंकिंग में प्रमुख स्थान पर पहुंचाने के कार्य के लिए प्रतिबद्ध है। इस रैंकिंग प्रयास में एक मीट्रिक के रूप में पेटेंट एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। प्रो आलोक कुमार राय, कुलपति, लखनऊ विश्वविद्यालय उपक्रम की गवर्निंग कमेटी के अध्यक्ष के रूप में नेतृत्व करते हैं। उनके सहयोग और सामूहिक प्रगति को बढ़ावा देते हुए सभी राज्य विश्वविद्यालयों को एक एकीकृत मंच पर लाने का प्रयास कर रहे हैं।
उपक्रम की महानिदेशक प्रो. पूनम टंडन ने हमारे विश्वविद्यालयों को अटूट समर्थन प्रदान करने के लिए संस्थान की प्रतिबद्धता की पुष्टि की। प्रो. पूनम टंडन ने बताया कि उत्तर प्रदेश रैंकिंग, एक्रेडिटेशन और मेंटरिंग केंद्र भारत का 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ाने के साथ ही उत्तर प्रदेश में विश्वविद्यालयों के लिए पेटेंट पोर्टफोलियो बनाना शीर्षक से एक कार्यशाला का आयोजन किया। प्रो0 टंडन ने बताया कि रैंकिंग में पेटेंट के सर्वोपरि महत्व पर जोर देते हुए, इस कार्यक्रम में आईक्यूएसी निदेशकों, रैंकिंग सेल के निदेशकों और उत्तर प्रदेश के विभिन्न राज्य विश्वविद्यालयों का प्रतिनिधित्व करने वाले संकाय सदस्यों ने भाग लिया। उन्होंने बताया कि उपक्रम में इंटरनेशनल के एसोसिएट डायरेक्टर प्रोफेसर सतेंद्र पाल सिंह विशिष्ट वक्ता रहे। धन्यवाद ज्ञापन उपक्रम में परसेप्शन की एसोसिएट डायरेक्टर प्रोफेसर संगीता साहू ने दिया। वहीं डॉ. शालीन रायजादा, सैनशैडो कंसल्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड के एमडी और सीईओ, जिसके पास बौद्धिक संपदा में 28 वर्षों से अधिक का अनुभव है, ने एक भाषण दिया जिसमें उच्च शिक्षा संस्थानों में बौद्धिक संपदा निर्माण के प्रमुख पहलुओं का पता लगाया गया। प्रस्तुतिकरण ने पेपर प्रकाशन से पहले पेटेंट निकालने और पेटेंट या कॉपीराइट दाखिल करने के महत्व को भी रेखांकित किया। विश्वविद्यालयों के सामने एक प्रचलित चुनौती बौद्धिक संपदा की अप्रयुक्त क्षमता है, जिसका दोहन और संरक्षण करने की आवश्यकता है। कार्यक्रम के दौरान, विभिन्न विश्वविद्यालयों के प्रतिभागियों ने पेटेंट तंत्र, प्रक्रियाओं, और नवीनता से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर प्रश्न उठाए। वक्ता ने इन चिंताओं को कुशलता से संबोधित किया। इस अवसर पर उपक्रम की महानिदेशक प्रो. पूनम टंडन ने सभी विश्वविद्यालयों के लिए पेटेंट सेल स्थापित करने और पेटेंट नीतियां बनाने की सिफारिश दोहराई, और पूरी प्रक्रिया में सहायता की पेशकश की।

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