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नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद आज उनकी जमानत अर्जी पर सुनवाई होनी है, लेकिन गुरुवार को ईडी ने सिसोदिया को पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया। जिसके बाद उन्होंने जेल से देश के नाम एक पत्र लिखा। इसी बीच आज मुख्यमंत्री अरविंद केजरीलाल ने ट्वीट कर केंद्र सरकार को हिरण्यकश्यप बताया है, और मनीष सिसोदिया को प्रह्लाद बताते हुए कहा है कि ‘न प्रहलाद को वो तब रोक पाये थे, न अब रोक पायेंगे।’
सीएम ने ट्वीट कर लिखा है कि ‘हिरण्यकश्यप अपने आपको भगवान मान बैठा था। उसने प्रह्लाद को ईश्वर की राह से रोकने के अनेक प्रयत्न किये, ज़ुल्म किये। आज भी कुछ लोग अपने आपको भगवान मान बैठे हैं। देश और बच्चों की सेवा करने वाले प्रह्लाद को कारागृह में डाल दिया है। पर न प्रहलाद को वो तब रोक पाये थे, न अब रोक पायेंगे।’
बता दें कि सीबीआई ने सिसोदिया को शराब नीति को लागू करने में अनियमितता के आरोप में गिरफ्तार किया है। सीबीआई ने उन्हे 26 फरवरी को गिरफ्तार किया था। वहीं जमानत से सुनवाई से एक दिन पहले ईडी ने भी सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया है
गुरुवार को मनीष सिसोदिया ने जेल से देश के नाम पत्र लिखा। इस पत्र में उन्होने कहा कि दिल्ली के शिक्षा मंत्री के रूप में काम करते हुए बहुत बार ये सवाल मन में उठता है कि देश और राज्य की सत्ता तक पहुंचे नेताओं ने देश के हर बच्चे के लिए शानदार स्कूल और कॉलेज का इंतजाम क्यूं नहीं किया।
उन्होंने अपने पत्र में आगे लिखा, ‘एक बार अगर पूरा देश, पूरी राजनीति तन-मन-धन से शिक्षा के काम में जुट गई होती तो आज हमारे देश के हर बच्चे के लिए विकसित देशों की तरह अच्छे से अच्छे स्कूल होते। फिर क्यूं शिक्षा को सफल राजनीति ने हमेशा हाशिए पर रखा? आज जब कुछ दिनों से जेल में हूं तो इन सवालों के जवाब खुद मिल रहे हैं। देख पा रहा हूं कि जब राजनीति में सफलता जेल चलाने से मिल जा रही है तो स्कूल चलाने से राजनीति की जरूरत भला कोई क्यूं महसूस करेगा।’
सिसोदिया ने तीन पन्नों की चि_ी लिखा कि भारत की आज की राजनीति में जेल की राजनीति का पलड़ा भारी जरूर है लेकिन आने वाला कल शिक्षा की राजनीति का होगा।