Getting your Trinity Audio player ready... |
लखनऊ,(माॅडर्न ब्यूरोक्रेसी न्यूज)ः उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने आज एच0डी0एफ0सी0 बैंक और डॉ0 राम मनोहर लोहिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, लखनऊ के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित रक्तदान शिविर का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने रक्तदान शिविर में रक्तदाताओं से मुलाकात की तथा उनके प्रयासों की सराहना की। मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि रक्तदान जीवन बचाने का सबसे बड़ा पुण्य कार्य है और इससे बेहतर सेवा समाज के लिए कुछ नहीं हो सकती।
राज्यपाल ने बैंक की सामाजिक जिम्मेदारी के तहत किए जा रहे कार्यों की सराहना करते हुए युवाओं को रक्तदान के लिए प्रेरित करने की अपील की। उन्होंने कहा कि बैंक को अपने नेटवर्क के माध्यम से रक्तदान और अंगदान के प्रति जागरूकता फैलाने की दिशा में पहल करनी चाहिए। इसके साथ ही, उन्होंने परिवारों को भी बच्चों को रक्तदान और अंगदान के महत्व से परिचित कराने पर जोर दिया। राज्यपाल ने समाज में रक्तदान और अंगदान को लेकर मौजूद भ्रांतियों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि कई बार परिवार अंगदान के लिए सहमत नहीं होते, लेकिन इस विषय में जागरूकता बढ़ाना और भ्रांतियाँ दूर करना आवश्यक है। अस्पतालों द्वारा मरीजों और उनके परिवारों को अंगदान के लिए प्रेरित करने के प्रयासों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि इन प्रयासों को और तेज गति से बढ़ाने की आवश्यकता है। उन्होंने ने कहा कि बैंक ऐसी योजनाएं लेकर आएं, जो रक्तदान और अंगदान के प्रति लोगों को प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विश्वविद्यालयों द्वारा भी इस दिशा में महत्वपूर्ण कार्य किए जा रहे हैं। राज्यपाल ने प्रधानमंत्री के ‘विकसित भारत‘ के सपने को साकार करने के लिए सभी की सहभागिता पर जोर देते हुए कहा कि समाज में कोई भी व्यक्ति गरीब न रहे और हर नागरिक को शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वच्छ पानी जैसी बुनियादी सुविधाएं मिलनी चाहिए। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि हमारे पूर्वज हमारे लिए जंगल और पेड़ छोड़कर गए इसी प्रकार हमें भी आने वाली पीढ़ियों के लिए पेड़ लगाने की संस्कृति को बढ़ावा देना चाहिए। उन्होंने बच्चों को वृक्षारोपण के लिए प्रेरित करने का आह्वान किया और इसे एक जिम्मेदार नागरिक के कर्तव्य का हिस्सा बताया। राज्यपाल ने सरकार की ‘मुद्रा योजना‘ की सराहना करते हुए कहा कि इस योजना से युवाओं और महिलाओं को स्वावलंबन की दिशा में प्रोत्साहन मिल रहा है। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की कि इससे लघु उद्योगों को बढ़ावा मिला है और स्वरोजगार के अवसर सृजित हो रहे हैं। उन्होंने निर्देश दिया कि यह सुनिश्चित किया जाए कि सरकार की सभी योजनाओं का लाभ वास्तविक लाभार्थियों तक पहुंचे, ताकि समाज के हर वर्ग को आर्थिक सशक्तिकरण का लाभ मिल सके।