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नई दिल्ली। सीबीआई ने दिल्ली शराब नीति मामले में हैदराबाद के सीए बुच्ची बाबू गोरंटला को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि गोरंटला बीआरएस की नेता और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी के कविता के पूर्व सीए हैं। सीबीआई अधिकारियों ने बताया कि गोरंटला को पूछताछ के लिए दिल्ली बुलाया था। सीबीआई का आरोप है कि दिल्ली शराब नीति में गोरंटला की भूमिका से हैदराबाद के लाइसेंसधारियों को अनुचित लाभ पहुंचा था।
दिल्ली की एक अदालत ने भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की नेता के कविता के चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) बताए जा रहे बुच्ची बाबू गोरंटला को 11 फरवरी तक के लिए सीबीआई रिमांड में भेज दिया है। गोरंटला हैदराबाद के रहने वाले हैं। उन्हें सीबीआई ने दिल्ली की विवादित आबकारी नीति मामले में पूछताछ के लिए यहां बुलाया था। बाद में जांच में सहयोग नहीं करने का आरोप लगाते हुए गिरफ्तार कर लिया।
सीबीआई अधिकारियों ने गोरंटला को अदालत में पेश करते हुए आरोप लगाया कि वह जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे। जवाब देने में टालमटोल कर रहे थे इसीलिए उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। विवादों में घिरने के बाद दिल्ली सरकार ने साल 2021-22 की आबकारी नीति को रद्द कर दिया था। सीबीआई ने बुधवार को गोरंटला को कोर्ट में पेश किया था। कोर्ट ने उन्हें 11 फरवरी तक के लिए सीबीआई रिमांड में भेज दिया है। सीबीआई ने पिछले साल दिसंबर में मामले में कविता से भी पूछताछ की थी।
सीबीआई का आरोप है कि गोरंटला की इस नीति को बनाने और लागू करने में कथित भूमिका की वजह से हैदराबाद के थोक और खुदरा लाइसेंसधारियों को अनुचित लाभ पहुंचा। सीबीआई ने पिछले साल दिसंबर में इस मामले में तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी कविता से पूछताछ की थी।
सीबीआई ने पिछले साल 25 नवंबर को इस केस की मेन चार्जशीट अदालत में दायर की थी। इसमें आम आदमी पार्टी (आप) के संचार प्रभारी और पेशे से कारोबारी विजय नायर समेत सात लोगों को आरोपी के तौर पर नामजद किया गया। इनमें नायर के अलावा अभिषेक बोइनपल्ली, इंडिया अहेड न्यूज चैनल के गौतम मूथा, हैदराबाद के शराब कारोबारी और बोइनपल्ली के पार्टनर रोबिन, डिस्टिलरीज एलएलपी अरुण आर. पिल्लई, इंडोस्पिरिटी के मालिक समीर महेंद्रू और आबकारी विभाग के पूर्व अधिकारी कुलदीप सिंह और नरेंद्र सिंह के नाम शामिल हैं। इन सभी को अदालत से जमानत मिल चुकी है।
सीबीआई ने आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 120 बी (आपराधिक साजिश) और भ्रष्टाचार रोकथाम अधिनियम के तहत रिश्वतखोरी का मुकदमा बनाया है। इसमें अन्य आरोपियों की भूमिका, लाइसेंसधारकों के साथ साजिश, रकम के लेन-देन, बिजनेस ग्रुप बनाने और दिल्ली में विवादास्पद आबकारी नीति बनाने और उसे लागू करने में बड़े पैमाने पर साजिश को लेकर जांच चल रही है।
बुच्ची बाबू पर तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी कलवकुंटा कविता, वाईएसआरसी के सांसद मगुनता श्रीनिवासुलु रेड्डी और अरबिंदो फार्मा के पी शरत चंद्र रेड्डी के नेतृत्व वाली दक्षिण लॉबी की ओर से काम करने का आरोप लगाया गया था। सीबीआई ने बुच्ची बाबू पर हैदराबाद स्थित थोक और खुदरा लाइसेंसधारियों और उनके लाभार्थी मालिकों को गलत लाभ पहुंचाने का आरोप भी लगाया है। जांच सीबीआई और ईडी ने आरोप लगाया कि अभियुक्त, अभिषेक बोइनपल्ली और बुच्ची बाबू अरुण रामचंद्र पिल्लई के सहयोगी थे और मुख्य रूप से उन बैठकों में एक साथ थे जिनमें समीर महंदरू ने भाग लिया था।
नायर को बुच्ची बाबू से मिलवाया गया था, और नायर को बताया गया था कि बाबू दक्षिण के बड़े राजनेताओं मगुनता श्रीनिवासुलु रेड्डी और एमएलसी कविता के साथ निकटता से जुड़े हुए हैं।
सरथ ने बुच्ची बाबू को वित्त और बाजार विश्लेषण के लिए साथ बोर्ड में लाए, क्योंकि वह नंबरों के खेल में माहिर था। वे सभी बंजारा हिल्स में रोड नंबर 14 पर कविता के घर पर मिले थे। बुच्ची के बयान के अनुसार, ‘मार्च 2021 में, अरुण पिल्लई ने इंडोस्पिरिट समूह की कंपनियों के लिए एक संयुक्त उद्यम भागीदार खोजने के लिए बाबू से संपर्क किया। मार्च, 21-मई 21 से समीर महंदरू के साथ कुछ दौर की चर्चा और बैठकों के बाद, बुच्ची बाबू ने अरुण को बताया कि वह अरबिंदो फार्मा परिवार से ताल्लुक रखने वाले सरथ चंद्र रेड्डी को व्यावसायिक प्रस्ताव दे सकते थे। जून, 2021 में बुच्ची बाबू, अरुण पिल्लई और अभिषेक बोइनपल्ली ने गौरी अपार्टमेंट, नई दिल्ली में आप के विजय नायर से मुलाकात की।