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लखनऊ,(मॉडर्न ब्यूरोक्रेसी न्यूज)। खगोल विज्ञान के छात्रों ने एनएसएस स्वयंसेवकों के साथ मिलकर लखनऊ विश्वविद्यालय में संयुक्त रूप से अंतर्राष्ट्रीय खगोल विज्ञान दिवस मनाया।
कार्यक्रम का उद्घाटन डॉ. अलका मिश्रा के भाषण के साथ शुरू हुआ। उन्होंने मानव जीवन में खगोल विज्ञान के महत्व के बारे में बात की और छात्रों को हमारे ब्रह्मांड के बारे में जिज्ञासा रखने के लिए प्रोत्साहित किया और कैसे भारतीयों को आर्यभट्ट के समय से पूरे इतिहास में विशेष रूप से विश्व-प्रसिद्ध खगोलविदों का आधुनिक ज्ञान मिलता रहा है। एनएसएस समन्वयक प्रोफेसर रूपेश कुमार ने छात्रों को एनएसएस के बारे में संबोधित किया, तथा बताया कि एनएसएस भी एक आकाशगंगा की तरह है जिसमें हर सितारा सामंजस्य बनाकर प्रदर्शन करने की कोशिश करता है। तत्पश्चात कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डा. नीरज चौबे ने व्याख्यान दिया। उन्होंने इस बारे में बात की कि कैसे अंतर्राष्ट्रीय खगोल विज्ञान दिवस का उत्सव भविष्य की पीढ़ियों को अंतरिक्ष यात्री, अंतरिक्ष वैज्ञानिक बनने या अंतरिक्ष उद्योग में काम करने, एक बेहतर कल बनाने और मानव जाति के भविष्य को बनाए रखने के लिए प्रेरित करेगा। वहीं भाषण प्रतियोगिता के साथ कार्यक्रमों का सिलसिला आगे बढ़ा। छात्रों ने खगोल विज्ञान की उत्पत्ति और इतिहास के बारे में बताया, फिर प्राचीन खगोलविदों के बारे में एक संक्षिप्त विवरण देते हुए बताया कि कैसे अंतरिक्ष और इसकी खोज के बारे में विभिन्न सिद्धांतों को मान्यता दी गई। विजेताओं मे सृष्टि दुबे को प्रथम, सुधांशु वर्मा को द्वितीय और अनुष्का मिश्रा को तृतीय स्थान मिला। इस अवसर पर एक्सटेम्पोर प्रतियोगिता में अश्मिता सक्सेना ने पहला और शुभम सिंह ने क्रमशः दूसरा स्थान हासिल किया। इसके पश्चात बहुप्रतीक्षित क्विज़ प्रतियोगिता का आयोजन हुआ ।. उत्साह अपने चरम पर था क्योंकि सभी छात्र छात्राओ को 6 अलग-अलग टीमों के समूह में विभाजित किया गया था और सभी ने विजेता टीम का खिताब पाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया। इसके बाद कार्यक्रम में पोस्टर मेकिंग और स्लोगन लेखन प्रतियोगिता की शुरुआत हुई। प्रतिभागियों की रचनात्मकता वास्तव में सराहनीय थी, क्योंकि हस्तनिर्मित पोस्टरों और प्रेरक नारों की सुंदरता हर व्यक्ति के दिल में समा गई। स्लोगन लेखन प्रतियोगिता में विजेताओं का क्रम इस प्रकार थाः अश्मिता सक्सेना ने प्रथम, अवंतिका शुक्ला और अंकिता चौधरी ने द्वितीय और अनुष्का श्रीवास्तव, अंकित कुमार ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। सत्र के समापन में डॉ. अलका मिश्रा ,प्रोफेसर अमृतांशु शुक्ला, प्रोफेसर विवेक कुमार, प्रोफेसर सत्येन्द्र पाल सिंह ने अपनी बहुमूल्य अंतर्दृष्टि साझा की और छात्रों के साथ बातचीत की ।