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नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ में 2023 विधानसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के जीतने वाले चहरों की तलाश जारी है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा पर तंज कसे हुए पीएम मोदी के चेहरे को लेकर बड़ा बयान देते हुए कहा कि हिमाचल और कर्नाटक का प्रभाव है कि पीएम मोदी के चेहरे को सामने रखकर लड़ाई लड़ी गई। उसके बावजूद जनता ने उनके स्थानीय और केंद्रीय नेतृत्व को नकारा है। भाजपा का संतुलन बिगड़ गया है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह को भी घेरते हुए कहा कि अब शिवराज क्यों चेहरा नहीं है। जब राज्य में उनकी सरकार है और उन्हीं के मुख्यमंत्री हैं। तीन बार वे मुख्यमंत्री बने। चौथी बार लोकतंत्र का चीर हरण करके मुख्यमंत्री बने तो अब वे चेहरा क्यों नहीं हैं?
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ के भाजपा प्रदेश प्रभारी अरुण साव पर भी निशाना साधा है। भूपेश बघेल ने कहा कि अरुण साव को अब पीएम मोदी के चेहरे पर भरोसा नहीं हैं। इसीलिए वे अब योगी की राह में चल रहे हैं। आपको बता दें की छत्तीसगढ़ में 90 विधानसभा सीटों पर साल के अंत में विधानसभा के चुनाव होने हैं। वर्तमान में बीजेपी के पास छत्तीसगढ़ में 14 सीटें हैं। वहीं कांग्रेस के पास 72 सीटों के साथ भरी बहुमत है।
भाजपा कांग्रेस के गढ़ में सेंध लगाने के लिए नए चेहरों पर दांव लगाना चाहती है। देखा जाए तो भाजपा ने प्रदेश अध्यक्ष और प्रदेश प्रभारी के चेहरे भी हाल ही में बदले हैं। इसके साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, अजय चंद्राकर, धरमलाल कौशिक, सरोज पांडे सहित कई नेताओं में भी विधानसभा टिकट को लेकर संशय बना हुआ है।
कांग्रेस पार्टी ने भी कई बार सरकार के कार्यों और विधायकों के क्षेत्र में परफॉरमेंस को लेकर इंटरनल सर्वे करवाए गए हैं, जिसमें कांग्रेस के 72 विधायकों में से लगभग 30 विधानसभा सीटों में पर नए चहरे की तलाश है। यही वजह है कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस तो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के चेहरे के साथ आगामी विधानसभा चुनाव में उतरेगी, लेकिन बीजेपी का मुख्यमंत्री चेहरा कौन होगा, इसे लेकर पार्टी में भी घमासान मचा हुआ है।