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नई दिल्ली। बीते शनिवार को ईडी ने दिल्ली शराब नीति मामले में के कविता से करीब नौ घंटे तक पूछताछ की थी। ईडी की पूछताछ पर कविता ने कहा कि मामले में दर्ज एफआईआर में उनका नाम नहीं है फिर भी मामले में कथित रूप से शामिल कुछ व्यक्तियों के बयानों के आधार पर उन्हें फंसाया जा रहा है। के कविता ने की जल्द सुनवाई की मांग, सुप्रीम कोर्ट ने कहा- 24 मार्च की तारीख तय है। के कविता ने ईडी द्वारा जारी समन को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दे रखी है। याचिका में गिरफ्तारी से संरक्षण की मांग की है। कविता ने याचिका में यह भी कहा है कि क्या किसी महिला को ईडी के कार्यालय में बुलाया जा सकता है? साथ ही कहा कि यह पूरी तरह से कानून के खिलाफ है।
कविता से ईडी ने इस मामले में पहली बार 11 मार्च को 9 घंटे तक पूछताछ की थी। जिसके बाद उन्हें 16 मार्च को फिर से पेश होने के लिए कहा था। लेकिन कविता पेश नहीं हुई। ईडी को भेजे गए पत्र में कविता ने कहा कि चूंकि समन में यह नही कहा गया है कि उन्हें व्यक्तिगत रूप से पेश होने की जरूरत है, इसलिए वह अपने अधिकृत प्रतिनिधि को भेज रहीं हैं।
उन्होंने लिखा मैं विनम्रतापूर्वक आपसे विनती करती हूं कि सुप्रीम कोर्ट के समक्ष कार्यवाही लंबित है। इसलिए समन पर कार्रवाई करने से पहले उसके निर्देश का इंतजार किया जाना चाहिये। इसके बाद ईडी ने फिर से 20 मार्च के लिए समन जारी कर रखा है। कविता ने 11 मार्च को हैदराबाद के व्यवसायी अरुण रामचंद्रन पिल्लई के बयानों का सामना किया था। पिल्लई को शराब घोटाले के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
दिल्ली शराब घोटाले मामले में के कविता जांच एजेंसियों के रडार में हैं। तेलंगाना की सियासत भी उबल रही है। के कविता तेलंगाना सीएम की बेटी हैं। इस लिहाज से ये मामला हाईप्रोफाइल है। तकरीबन एक सप्ताह पहले तेलंगाना भाजपा अध्यक्ष बंदी संजय से के। कविता को लेकर एक सवाल किया गया था। इसके जवाब में उन्होंने कह दिया कि के कविता को गिरफ्तार नहीं करेंगे तो चूमेंगे क्या? उनके इस बयान पर बवाल खड़ा हो गया था।पूरे राज्य में बीआरएस कार्यकर्ताओं ने खूब हो हल्ला किया।