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लखनऊ। युवा कल्याण एवं प्रान्तीय रक्षक दल विभाग में नवनियुक्त क्षेत्रीय युवा कल्याण एवं प्रा.वि.द. अधिकारियों के (द्वितीय बैच) का 45 दिवसीय आधारभूत विभागीय सैन्य प्रशिक्षण कार्यक्रम आज सम्पन्न हुआ। प्रशिक्षण में 139 नवनियुक्त क्षेत्रीय युवा कल्याण एवं प्रा.वि.द. अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। प्रशिक्षण के उपरान्त प्रशिक्षु अधिकारियों के दीक्षान्त परेड समारोह का आयोजन आज युवा कल्याण एवं प्रान्तीय रक्षक दल मुख्यालय स्थित परेड ग्राउण्ड में किया गया।
प्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गिरीश चन्द्र यादव ने क्षेत्रीय युवा कल्याण एवं प्रा.वि.द. अधिकारी दीक्षान्त परेड की सलामी ली। परेड के दौरान प्रशिक्षु अधिकारियों की 06 प्लाटूनों ने प्रतिभाग किया। प्रदर्शन के आधार पर प्लाटून कमाण्डर मनजीत के नेतृत्व वाली प्लाटून को प्रथम, श्री नन्दन सिंह के नेतृत्व वाली प्लाटून को द्वितीय तथा भूपेश पाण्डेय के नेतृत्व वाली प्लाटून को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। दीक्षान्त परेड के उपरान्त प्रशिक्षण के दौरान अन्तः एवं बाह्य विषयों में प्रशिक्षु अधिकारियों के प्रदर्शन के आधार पर सर्वाेत्तम अधिकारियों तथा परेड कमाण्डरों को भी सम्मानित किया गया। सम्मानित होने वालों में श्यामजी यादव, शुभम मौर्य, आदित्य कुमार, आदित्य कुमार, अनमोल सिंह, विकास वर्मा, सोनू, अवनीश कुमार यादव हैं। पुरस्कार वितरण के उपरान्त मंत्री द्वारा प्रशिक्षु अधिकारियों को सत्यनिष्ठा एवं पूर्ण समर्पण तथा निष्पक्षता से कार्य करने हेतु शपथ दिलाई गई। पुलिस विभाग के समस्त प्रशिक्षकों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित भी किया गया। इस अवसर श्री यादव ने कहा कि क्षेत्रीय युवा कल्याण एवं प्रा.वि.द. अधिकारियों को नियुक्ति पत्र मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा दिया गया था। उन्होंने इन अधिकारियों के कार्य कुशलता एवं बौधिक क्षमता के विकास के लिए प्रशिक्षण कराये जाने के निर्देश दिये थे। इसी क्रम में प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षणार्थियों को सेवा संबंधी सभी तकनीकी जानकारियां प्राप्त हुई है और यही जानकारियां सरकार की मंशा के अनुरूप कसौटी पर खरा उतरने में मददगार साबित होंगी। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी प्रशिक्षण का लाभ लेकर बेहतर परफारमेंशन देंगे। प्रदेश की कल्याणकारी योजनाओं को जनता तक पहुंचाना सभी की नैतिक जिम्मेदारी है। गांव-गरीब को सरकार की योजनाओं से जोड़ने में सभी अधिकारी को पूरे लगन के साथ कार्य करने होंगे।