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लखनऊ/बहराइच। जिले के कतर्नियाघाट रेंज के अंतर्गत एक गांव में शौच के लिए गये युवक पर घात लगाये बैठे मगरमच्छ ने हमला बोल दिया, अचानक हुये हमले से युवक कुछ सोच पाता तब तक मगरमच्छ ने युवक का पैर पकड़ लिया, युवक की चीख सुनकर, मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने किसी तहर युवक को खींच कर मगरमच्छ के जबड़ों से आजाद कराया, इस पूरी घटना मंे युवक का पैर गंभीर रूप से जख्मी हो गया, जिसे उपचार के लिए डॉक्टर के पास ले जाया गया।
जिले के कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग के कतर्नियाघाट रेंज के अंतर्गत सदर बीट के कैलाशपुरी बाजार निवासी 22 वर्षीय दशरथ पुत्र उत्तम बीते दिनों अपने घर से कुछ दूर स्थित पास ही नाले के किनारे नित्यक्रिया करने गया था, नाले के अंदर पानी में पहले से ही शिकार की आस में घात लगाये मगरमच्छ मौजूद था। कुछ समय बाद मगरमच्छ पानी से निकलकर युवक पर अचानक हमला बोल दिया और उसके दाहिन पैर को अपने मजबूत जबड़े में दबोच लिया, हमला इतना जोरदार था कि युवक को भनक नहीं लगी, युवक जब तक कुछ समझ पाता मगरमच्छ ने उसको दबोच लिया, किसी तरह चीख पुकार सुनकर आस पास के लोग लाठी डंडा लेकर आये और किसी तरह से मगरमच्छ के जबड़ो से युवक को छुड़ा पाने में सफल हुये। सूचना पाकर मौके पर पहुंचे वन रक्षकों ने युवक को इलाज के लिए पास के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र ले गये जहां पर डाक्टरों ने उसका इलाज किया। युवक की हालात खतरे से बाहर बतायी जा रही है। इस घटना से आस-पास में दहशत फैल गयी है। वहीं वन विभाग की टीम मगरमच्छ को पकड़ने के लिए कोशिश में लग गया है।
ऐसे बचे मगरमच्छ के हमले से
वैसे तो मगरमच्छ से किसी भी स्थिति में सामना न हो तभी अच्छा है। लेकिन फिर भी यदि कभी ऐसी स्थिति में आप फंस जाते हैं तो आप अपनी सूझ-बूझ से खुद की या किसी की जान बचाने का प्रयास कर सकते हैं। वाइल्ड लाइफ एक्सपर्टो की सलाह से ऐसे हमलों से सुरक्षित बचा जा सकता है।
1- अगर आप मगरमच्छों के निवास यानि नदी, तालाब या नाले में गिर जाते हैं तो अच्छा होगा कि आप हड़बड़ाए नहीं अपने आप को शान्त रखने का प्रयास करें। पानी के अंदर थोड़ी भी हलचल मगरमच्छ का ध्यान आपकी ओर आकर्षित कर सकती है या हमले के लिए प्रेरित कर सकती है। मगर से बचने के लिए आप चुपचाप शन्ति से तैरते हुये सुरक्षित स्थान पर पहुंचने का प्रयास करें, कोशिश करें कि तैरते वक्त पानी में कम से कम हलचल या आवाज हो।
2- यदि मगरमच्छ से आपका पाला जमीन पर हो गया है तो वक्त रहते उससे उचित दूरी बना लें।
3- अगर मगरमच्छ आपको जमीन पर दौड़ा रहा है तो आप सीधे सीधे दौड़ेने की बजाए, जिग जैग या टेढ़ा-मेढा दौड़ने का प्रयास करें। इस तरह के प्रयास से आप मगरमच्छ के सुरक्षित दूरी बना सकते हैं।
4- अगर आप बदकिस्मती से मगरमच्छ के जबड़ों में फंस गये है तो जितनी भी जल्दी हो सके पूरी ताकत से उसके दोनों आंखों और थूथनों पर मारने का प्रयास करें, क्योंकि पूरे शरीर मंे मगरमच्छ की यह दो चीजों काफी संवेदनशील होती हैं।
5- मगरमच्छ के जबड़े के भीतर जीभ के पास तालु के पीछे लगा वाल्व काफी कोमल होता है, इसके प्रयोग से मगरमच्छ के पेट में पानी नहीं भरता है, अगर इस जगह पर वार किया जाये तो मगरमच्छ तंुरत छोड़ देगा। जिंदगी जब दांव पर लगी हो तो हर उस प्रयास को कर लेने में ही भलाई है,जिससे आप की जान बच जाये। क्या पता आपका लगातार प्रयास आपकों मौत के मुंह से बाहर ले आये।
6- मगरमच्छ के काटने की दशा में जरा भी लापरवाही न करें, वरना गंभीर स्थिति का सामना करना पड़ सकता है। मगरमच्छ के मुंह में बहुत अधिक संख्या में बैक्टरिया होते हैं। जिससे लापरवाही करने पर संक्रमण फैल सकता है, और आपकी जान जोखिम में पड़ सकती है।
मगरमच्छ की बाइटफोर्स सबसे ज्यादा
विदेशों में मगरमच्छों की प्रजाति और इन पर शोध करने वाली टीम ने खुलासा करते हुये बताते है कि धरती पर सबसे अधिक बाइट फोर्स इसी जानवर में होती हैं। अमरीका की शोध करने वाली संस्था फ्लोरिडा यूनिवर्सिटी के ग्रेगरी एरिक्सन ने मगरमच्छों की 23 नस्लों के शिकार पर किये गये अध्ययनों में यह बात सामने आयी कि मगरमच्छ अपने शिकार को चबाते या दबोचते वक्त 16 हजार 414 न्यूटन तक का फोर्स लगाते हैं, जो धरती पर किसी भी जानवरों में सबसे ज्यादा पायी गयी है।