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लखनऊ,(मॉडर्न ब्यूरोक्रेसी न्यूज)ः मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) द्वारा होटल ताज में आयोजित वार्षिक सत्र-2025 में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया। वार्षिक सत्र में “प्रदेश की परिवर्तनकारी सफलता उत्तर प्रदेश भारत के विकास के इंजन के रूप में उभरती अर्थ व्यवस्था विषयक विशेष सत्र का आयोजन किया गया। इस सत्र में उत्तर प्रदेश की राष्ट्रीय आर्थिक प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका पर चर्चा की गई।
इस अवसर पर मुख्य सचिव ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में पिछले 7-8 वर्षों में उत्तर प्रदेश में बड़ा परिवर्तन आया है, जिससे यह रेवेन्यू सरप्लस राज्य के रूप में उभरा है और प्रदेश में एक सशक्त औद्योगिक पारिस्थितिकी तंत्र स्थापित हुआ है। उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था बेहतर हुई है। इस प्रगति ने वैश्विक स्तर पर उत्तर प्रदेश की छवि को एक प्रमुख निवेश गंतव्य के रूप में स्थापित किया है। उन्होंने कहा कि विधानसभा में लगभग 8 लाख 8 हजार करोड़ रुपए का ऐतिहासिक बजट पेश किया गया, जो देश का सबसे बड़ा बजट है। उत्तर प्रदेश देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला राज्य बन गया है। इन सब के पीछे इंडस्ट्रीज का अहम योगदान है। आज प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा इंडस्ट्रीज लग रही है। उन्होंने कहा कि महाकुंभ के अभूतपूर्व सफल आयोजन ने यह प्रमाणित किया कि उत्तर प्रदेश बड़े पैमाने पर वैश्विक आयोजनों को प्रभावी ढंग से करने में सक्षम है। उत्तर प्रदेश में महाकुंभ का आयोजन किया गया। इसमें विश्व के कोने-कोने से लोग स्नान करने आए। लगभग 66 करोड़ से अधिक लोगों ने स्नान किया। महाकुम्भ में 60 प्रतिशत लोगों की उम्र 40 वर्ष से कम थी। महाकुंभ में आने के लिए युवाओं में भारी उत्साह था। उन्होंने बताया कि हाल ही उनके द्वारा जेवर एयरपोर्ट का निरीक्षण किया गया, वहां पर विकास कार्य बहुत तेजी से चल रहा है। एयरपोर्ट के आसपास का औद्योगिक विकास सराहनीय है, जो राज्य की बुनियादी ढांचा-केंद्रित विकास नीति को दर्शाता है। इस वर्ष के राज्य बजट में नए एक्सप्रेस-वेज की घोषणा और उत्तर प्रदेश बायोप्लास्टिक नीति को एक गेम चेंजर बताते हुए उन्होंने उत्तर प्रदेश के भविष्य को बेहद संभावनाशील बताया। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार प्राचीन शहरों जैसे मथुरा, कानपुर और मेरठ की भव्यता को पुनः स्थापित करने के लिए बुनियादी ढांचा सुधारों और विकास कार्यों को गति दे रही है। उन्होंने सम्बोधन में सीआईआई के सहयोग की सराहना की और यूपीजीआईएस तथा वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम जैसी प्रमुख पहलों में सीआईआई की महत्वपूर्ण भागीदारी की प्रशंसा की।