Getting your Trinity Audio player ready... |
लखनऊ,(माॅडर्न ब्यूरोक्रेसी न्यूज)ः राजधानी लखनऊ के नए पुलिस आयुक्त अमरेंद्र सिंह सेंगर ने बीते रविवार को कार्यभार संभाला। मीडिया से मुखातिब होने पर श्री संेगर ने अपनी मंशा जाहिर करते हुये कहा कि फरियादियों की पुलिस से काफी उम्मीदें रहती है। फरियादी जल्द से जल्द अपनी समस्याओं का समाधान चाहते हैं। वहीं, पुलिस की जिम्मेदारी भी है कि फरियादियों के मामलों की निष्पक्षता से जांच कर उनकी उम्मीदों पर खरा उतरे, ताकि जनता और पुलिस के बीच आपसी समांजस्य बना रहे। उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारियों को भी हर हाल में जनता की सुनवाई करनी होगी। समस्या को फोन पर, सीधेतौर पर या सोशल मीडिया के जरिए सुनना होगा, यह बिल्कुल वर्दाश्त नहीं किया जाएगा कि जनता की सुनवाई नहीं की जा रही है। इस सम्बंध में सभी पुलिस कर्मियों को निर्देश दिए जाएंगे। शहर की सड़कों पर अफसर भी गश्त करेंगे। सरकार की मंशा के अनुरूप समाज को अपराध मुक्त माहौल देना पुलिस की प्राथमिकता है।
पुलिस आयुक्त ने कहा कि खासतौर पर वह शहर की यातायात व्यवस्था को पटरी पर लगाने के लिए वह भरसक प्रयास करेंगे। वहीं इसके साथ ही साइबर अपराध पर नियंत्रण करने के लिए विशेष जोर दिया जाएगा। पुलिस आयुक्त ने शहर को जाम और अपराध मुक्त बनाने के लिए जनता से पुलिस का सहयोग करने की अपील की है। उन्होंने अधीनस्थों को सभी शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई कर उन्हें निस्तारित करने का निर्देश दिया है। इसके अलावा महिला अपराध से जुड़ी शिकायतों को निस्तारित करने का दावा किया है। इस दौरान पुलिस आयुक्त ने कहा कि यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए पुलिस की विशेष टीम द्वारा समीक्षा की जाएगी, इसमें जो भी खामियां निकल के आएंगी उनको दूर किया जाएगा, ताकि जनता को सुगम यातायात मिल सके। वहीं, मीडिया के माध्यम से पुलिस आयुक्त अमरेंद्र सिंह सेंगर ने कहा कि खासकर त्योहारों में सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने का काम करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सरकार की अपराध पर नियंत्रण और अपराधियों को जेल पहुंचाने की योजना को प्राथमिकता दी जाएगी। इसके लिए कार्य योजना बनाकर काम किया जाएगा। जनता को सुरक्षित माहौल महसूस हो सके इसके लिए हर स्तर से प्रयास किए जाएंगे। अब आईपीएस एसबी शिरडकर के हटने के बाद 1995 वैच के आईपीएस अमरेन्द्र कुमार सेंगर को चैथा पुलिस आयुक्त की जिम्मेदारी मिली है। पूर्व में वह एडीजी जोन लखनऊ के पद पर तैनात थे। दिसंवर 2023 में उन्हें केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति से मुक्त किया गया था। 13 फरवरी को उन्हें लखनऊ जोन के आईजी के रूप में तैनाती मिली थी। आईपीएस अमरेन्द्र कुमार सेंगर गृह मंत्री राजनाथ सिंह के ओएसडी भी रह चुके है। अमरेंद्र कुमार सेंगर 14 वर्षों तक डेप्युटेशन पर थे। इस दौरान उन्होंने केंद्र के महत्वपूर्ण मंत्रालयों में सेवाएं दीं। साथ ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पुलिसिंग करते हुए विदेशों में भी कई गंभीर मामलों का खुलासा किया। वर्ष 2004 में उन्हें संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन में युद्ध अपराध अन्वेषक के रूप में तैनात किया गया। आईपीएस अफसर अमरेंद्र कुमार सेंगर विदेश मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय में महत्वपूर्ण पदों पर सेवाएं दे चुके हैं। वर्ष 2017-19 के बीच वह केंद्रीय गृह मंत्री के ओएसडी भी रह चुके हैं। इसके अलावा वह एसएसबी और एनडीआरएफ जैसे महत्वपूर्ण केंद्रीय विभागों में आईजी जैसे उच्च पदों पर भी रहे हैं। सेंगर को सीबीसीआईडी और इंटेलीजेंस जैसे विभागों में भी कार्य करने का अनुभव है। आईपीएस अमरेंद्र कुमार सेंगर लखनऊ के साथ ही उत्तर प्रदेश की पुलिसिंग से भी काफी हद तक वाकिफ हैं। उन्होंने लम्बे समय तक उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों और रेंज में बड़े पदों पर सेवाएं दी हैं। वह मुजफ्फरनगर, झांसी, उन्नाव, हरदोई, जालौन, उधमसिंह नगर, टिहरी गढ़वाल (अब उत्तराखंड में) और चित्रकूट जैसे जिलों में बतौर एसपी व एसएसपी तैनात किये गये थे। इसके अलावा वह गोरखपुर, मुरादाबाद और बस्ती रेंज में डीआईजी भी रह चुके हैं। साथ ही उन्होंने उत्तर प्रदेश में आईजी लॉ एंड आर्डर के पद पर भी कार्य किया था। एडीजी अमरेंद्र कुमार सेंगर का करियर बतौर शिक्षक शुरू हुआ था। इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन और जेएनयू से पोस्ट ग्रेजुएशन करने के बाद उन्होंने पहाड़ों का रुख किया। शुरुआती दौर में जेआरएफ पास करने के बाद वह शिमला स्थित इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ एडवांस स्टडीज में एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर रहे। इसके कुछ दिनों बाद वह राजीव गांधी यूनिवर्सिटी (पूर्व में अरुणाचल यूनिवर्सिटी) में पीजी के विद्यार्थियों को लगभग 3 साल तक पढ़ाया। इसके बाद उन्होंने आइपीएस बन कर पुलिस विभाग की सेवा का मन बनाया।