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अमृतसर। अमृतसर में एक बार फिर धमाके की आवाज सुनी गई है। ये धमाका हेरिटेज स्ट्रीट के बाहर हुआ है जिसके बाद पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर जांच शुरू कर दी है। 30 घंटे में दूसरी बार हुआ ये धमाका सुबह 6।30 बजे हुआ है। इसमें एक शख्स के घायल होने की खबर है। इससे पहले शनिवार देर रात भी अमृतसर में तेज धमाके आवाज सुनाई दी थी। ये धमाका गोल्डन टेंपल के पास हुआ था जिसमें कुछ लोगों के घायल हुए थे।
जानकारी के मुताबिक सोमवार को हुआ धमाका भी गोल्डन टेंपल के पास बताया जा रहा है। हालांकि इसकी इंटेनसिटी ज्यादा नहीं थी। ये धमाका स्वर्ण मंदिर की पार्किंग और हेरिटेज स्ट्रीट के नजदीक हुआ है। वहीं दोनों धमाकों के मामले को लेकर टेरर एंगल से जांच की जा रही है। पंजाब के डीजीपी गौरव यादव खुद अमृतसर में मौजूद है। लगातार दूसरे दिन हुए धमाके से लोगों में डर का माहौल है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत मौके पर पहुंच गई है और मामले की जांच शुरू कर दी है। इसके अलावा फोरेंसिक टीम को भी मामले की जांच के लिए मौके पर मौजूद है।
इस मामले में जानकारी देते हुए पंजाब पुलिस के डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि अमृतसर के स्वर्ण मंदिर के नजदीक पार्किंग परिसर और हेरिटेज स्ट्रीट एरिया में 32 घंटे हुए दो धमाकों के मामलों की हर एंगल से तफ्तीश जारी।
उनके मुताबिक विस्फोटक को कंटेनर में लगाकर धमाका किया गया। लेकिन डेटोनेटर का इस्तेमाल नहीं किया गया इसी वजह से बड़ा धमाका नहीं हुआ। कंटेनर के अंदर ज्यादा नुकसान पहुंचाने के लिए कोई नुकीले ऑब्जेक्ट भी नहीं लगाए गए थे। ये घटनाक्रम किसी की माहौल बिगडऩे की शरारत या फिर कोई नया टेरर मॉड्यूल काम कर रहा है। इस एंगल पर तफ्तीश जारी। डीजीपी ने बताया कि पंजाब पुलिस को फॉरेंसिक रिपोट्र्स का इंतजार है। धमाकों की आवाज भले ही ज्यादा थी लेकिन नुकसान ज्यादा नहीं हुआ
वहीं शनिवार देर रात हुए धमाके को लेकर पंजाब पुलिस सूत्रों के हवाले से बड़ी जानकारी सामने आ रही है। पुलिस को मौके से मेटल के कई टुकड़े बरामद हुए है। ऐसे मेंपोटेशियम नाइट्रेट और सल्फर का इस्तेमाल करके इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) धमाके की आशंका जताई जा रही है।
इसके अलावा स्वर्ण मंदिर की पार्किंग में बने रेस्टोरेंट की चिमनी में भी धमाका होने की आशंका जताई जा रही है। इसमें पंजाब पुलिस की बड़ी लापवाही भी सामने आर ही है। मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने जल्दबाजी में धमाके को रेस्टोरेंट की चिमनी फटने से हुआ धमाका बता दिया।पूरे इलाके को सील भी नहीं किया गया और ना ही इलाके को कवर कर मार्किंग की गई और ना इलाके को तुरंत फोरेंसिक जांच के लिए सील किया गया। धमाके की जगह पर पुलिसकर्मियों के साथ ही आम लोगों के जूतों के साथ घूमने की वजह से विस्फोट में इस्तेमाल किए गए केमिकल के सैंपल लेने में फॉरेंसिक टीम को दिक्कत आ रही है।