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लखनऊ,(माॅडर्न ब्यूरोक्रेसी न्यूज)। समाज को स्वच्छता व शिक्षा के साथ हर क्षेत्र में बढ़ावा देना ही संत गाडगे को सच्ची श्रद्धांजलि है। उनके सन्देशों ने आम आदमी के भीतर चेतना के अंकुरों को जन्म दिया। आपका स्वास्थ्य अगर ठीक है तो आप बहुत कुछ कर सकते हैं। यह बातें स्वच्छता के प्रतीक राष्ट्रीय संत गाडगे की जयन्ती के अवसर पर कैबिनेट मंत्री बेबीरानी मौर्या ने कही। कार्यक्रम में एमएलसी सुरेन्द्र चैधरी ने संत गाडगे को भारत रत्न दिये जाने की आवाज बुलंद की तो कार्यक्रम में उपिस्थत जनसमूह ने एक स्वर में समर्थन किया।
बीते दिनों राजधानी लखनऊ के विश्वेशरैया सभागार में स्वच्छता के प्रतीक राष्ट्रीय संत गाडगे की जयंती मनायी गयी, जिसमें बड़ी संख्या में समाज के लोग जुटे। यह जयन्ती विधान परिषद सदस्य सुरेन्द्र चैधरी के नेतृत्व में आयोजित की गई। जिसमें प्रदेश के प्रत्येक जनपद से धोबी समाज के प्रतिनिधि बड़ी संख्या में एकत्रित हुये। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि प्रदेश सरकार की कैबिनेट मंत्री व पूर्व राज्यपाल उत्तराखण्ड श्रीमती बेबी रानी मौर्य ने किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि मंत्री बेबी रानी मौर्य ने कहा कि समाज को स्वच्छता के साथ-साथ शिक्षा व हर क्षेत्र में बढ़ावा ही संत गाडगे को सच्ची श्रद्धांजलि है। वहीं अतिथियों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम संयोजक एमएलसी सुरेन्द्र चैधरी ने समाज को राजनीतिक क्षेत्र में भी आगे बढ़ाने पैरोकारी की है।

उन्होंने कहा कि संत गाडगे ने पूरा जीवन सामाजिक कार्य और जनसेवा को ही अपना धर्म मानकर बीता दिया था। श्री चैधरी ने संत गाडगे को भारत रत्न देने की सरकार से मांग करते हुए कहा कि हमें पूर्ण विश्वास है कि भाजपा सरकार ही यह पुनीत कार्य भी करेगी। श्री चैधरी ने कहा कि संत गाडगे ने सामाजिक कार्य और जनसेवा को ही अपना धर्म बना लिया था। कार्यक्रम को एमएलसी बाबूलाल तिवारी, उमेश द्विवेदी, विधायक हर्षवर्धन बाजपेयी, बम्बालाल दिवाकर, पूर्व विधायक दीपक पटेल, लाल बहादुर, बृज क्षेत्र के मंत्री पीके वर्मा, प्रयागराज के महापौर गणेश केसरवानी आदि ने प्रमुख रूप से सम्बोधित किया। कार्यक्रम का संचालन भाजपा नेता (प्रयागराज) डा0 राजेश सिंह, बृजेश चैधरी, सतीश कुमार ने किया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से रवि केशरवानी, उमेश चैधरी, बालकृष्ण चैधरी, जय सिंह, नीलेश सिंह, सुरेन्द्र पाण्डेय, (वकील) बीरू चैधरी, महेन्द्र चैधरी, जियालाल निर्मल, वैज्ञानिक शितान्शु रंजन आदि उपस्थित रहे।