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लखनऊ,(माॅडर्न ब्यूरोक्रेसी न्यूज)ः लखनऊ विश्वविद्यालय की टैगोर लाइब्रेरी एक महत्वपूर्ण डिजिटलीकरण परियोजना सफलता पूर्वक पूरी हुयी। टैगौर लाइब्रेरी का डिजिटलीकरण कुलपति प्रो आलोक कुमार राय के नेतृत्तव में किया गया।
इस अवसर पर टैगोर लाइब्रेरी की मानद लाइब्रेरियन प्रोफेसर केया पाण्डेय ने कहा कि कुल 8,742 शोध प्रबंधों को सावधानीपूर्वक स्कैन करके शोधगंगा पोर्टल पर अपलोड किया गया है, जो भारतीय शोध प्रबंधों और लघु शोध प्रबंधों के लिए एक व्यापक भंडार है। यह स्मारकीय उपलब्धि शैक्षणिक संसाधनों को बढ़ाने और यह सुनिश्चित करने के लिए हमारी प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है कि छात्रों, शोधकर्ताओं और शिक्षाविदों को मूल्यवान शैक्षणिक सामग्री तक निर्बाध पहुँच मिले। इस पहल के साथ, उपयोगकर्ता अब अपने घरों में आराम से थीसिस से संबंधित डेटा तक आसानी से पहुँच सकते हैं, जिससे उनकी शैक्षिक और शोध गतिविधियों को समर्थन मिल सके। श्रीमती पाण्डेय ने कहा कि यह परियोजना हमारे शैक्षणिक संसाधनों के डिजिटल परिवर्तन में एक महत्वपूर्ण कदम है, यह सुनिश्चित करते हुए कि इन शोध प्रबंधों में निहित ज्ञान का खजाना संरक्षित है और वैश्विक दर्शकों के लिए आसानी से सुलभ है। वहीं लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति ने कहा कि टैगोर लाइब्रेरी अकादमिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देने और हमारे शैक्षणिक समुदाय के लिए अत्याधुनिक संसाधन उपलब्ध कराने के अपने मिशन के लिए प्रतिबद्ध है।