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लखनऊ। आपराधिक शिकायतों की सुनवाई करने वाली महिला कर्मचारियों को प्रदर्शन के बीच बड़ा झटका लगा है। एडीजी नीरा रावत ने गुरुवार देर शाम महिला कर्मचारियों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में जो वेतन मिल रहा है फिलहाल उतना ही दिया जाएगा।
आपको बता दें कि लखनऊ के आलमबाग के ईको गार्डन में महिला कर्मचारियों का प्रदर्शन जारी है। ऐसे में महिला कर्मचारियों की पांच सदस्यीय टीम नीरा रावत से मिलने पहुंची थी। इस पर कर्मचारियों से साफ तौर पर कहा कि उनका वेतन बढ़ाया नहीं जाएगा। मौजूद समय में जो वेतन है वहीं मिलेगा।
इसके साथ ही नीरा रावत ने सभी महिला कर्मचारियों को जल्द से जल्द अपने काम पर लौटने को कहा। हालांकि मुलाकात करने पहुंचे प्रतिनिधिमंडल ने काम पर लौटने से इनकार कर दिया। उनका कहना है कि जब तक उनकी सभी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, तब तक यह धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। सभी कर्मचारियों ने धरनास्?थल पर दीपावली मनाने की बात कही है।
महिला कर्मचारियों का कहना है कि बीते 7 साल से उनकी सैलरी नहीं बढ़ाई गई है। ऐसे में उनकी मांग है कि उनका वेतन बढ़ा कर 18 हजार रुपये प्रतिमाह किया जाए। इसके साथ ही नौकरी सुरक्षित की जाए और भविष्य में धरने को लेकर टारगेट न किया जाए। महिलाओं ने अधिकारियों पर गलत व्यवहार करने का आरोप लगाया है।
कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें विभाग से बाहर करने का प्रयास किया जा रहा है। कई महिलाओं को पीएसी 47वीं बटालियन से बाहर कर दिया गया। उनका कहना है कि वेतन बढ़ोत्तरी की बात अधिकारी सुनने और मानने को तैयार नहीं हैं। आंदोलनकर्मियों ने अधिकारियों पर नौकरी से निकाले जाने और बुरे परिणाम झेलने की धमकियां देने का आरोप लगाया है।
इससे पहले बुधवार को डायल 112 की महिला संविदाकर्मियों पर लखनऊ में विरोध प्रदर्शन को लेकर सुशांत गोल्फ सिटी थाने में स्नढ्ढक्र दर्ज की गई है। इसमें 5 नामजद और 200 अज्ञात महिलाकर्मियों पर केस दर्ज किया गया है।